यूक्रेन को लेकर अमेरिका से जारी तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि हथियारों के मामले में रूस दुनिया में नंबर वन देश है। उन्होंने यह भी वादा किया कि हम परमाणु क्षमता, मिसाइलों और वॉरहेड को लेकर अमेरिका के साथ बराबरी की संधि पर कायम रहेंगे। मंगलवार को ही पुतिन ने वीजियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बात की थी। इस दौरान पुतिन ने बाइडेन को यूक्रेन पर किसी भी तरह का हमला न करने का आश्वासन भी दिया था।
हथियारों के विकास में रूस नंबर वन : पुतिन ने रूसी प्रसारक रोसिया 1 से बातचीत में कहा कि रूस और अमेरिका वाहकों, हथियारों की संख्या को लेकर सामान्य समानता बनाए रखे हुए हैं, लेकिन रूस बिना शर्त उन्नत हथियारों के विकास में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि हम न केवल अपने शस्त्रागार के पारंपरिक हथियारों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं, बल्कि हम कई नए हथियारों को बना भी रहे हैं । इस अर्थ में हम पुष्टि कर सकते हैं कि हम इस दिशा में दुनिया के नंबर एक हैं।
रूस के पास दुनिया के सबसे लेटेस्ट हथियार : रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भविष्य में कई अन्य देशों के पास निश्चित रूप से हाइपरसोनिक मिसाइलें होंगी, लेकिन उस समय तक रूस ऐसी मिसाइलों से अपनी सुरक्षा की व्यवस्था भी कर लेगा। उन्होंने कहा कि “मैंने हमेशा कहा है और अब इसे दोहरा सकता हूं कि दुनिया के प्रमुख सैन्य देशों के पास वही हथियार होंगे जो आज रूस के पास हैं। मेरा मतलब हाइपरसोनिक हथियार है।
हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोकने की क्षमता होगी : उन्होंने दावा किया कि 2018 के बाद से जब रूस ने अपने नए हाइपरसोनिक हथियारों का अनावरण किया, तब ये हथियार किसी के पास नहीं थे। अब कई देश हाइपरसोनिक हथियारों को विकसित कर रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हम अपने सहयोगियों को इस तथ्य से प्रभावित करने में सक्षम होंगे कि जब वे इस हथियार को प्राप्त करेंगे, तो हमारे पास इसका मुकाबला करने के लिए बहुत अधिक साधन होंगे।
युद्धपोत और पनडुब्बियों के लिए नई मिसाइलें बना रहा रूस : नवंबर में पुतिन ने रूसी हाइपरसोनिक हथियारों को लेकर कहा ता कि भविष्य में, रूस नई समुद्र-आधारित हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस होगा। ये मिसाइलें मैक 9 की अधिकतम गति तक पहुंचेंगी। रूस के पास जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल है, जिसे दुनिया की सबसे तेज गति से उड़ने वाली मिसाइल माना जाता है। इसके अलावा भी रूस कई नई मिसाइलों को टेस्ट कर रहा है।
अमेरिका को चीन की डीएफ-17 हाइपरसोनिक मिसाइल से खतरा है। इस कारण वह अपनी मिसाइल डिफेंस टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने की कोशिशों में जुटा है। यह हाइपरसोनिक मिसाइल लंबी दूरी तक सटीक निशाना लगाने में माहिर है। ऐसे में अगर चीन हमला करता है तो अमेरिका को गुआम या जापान में मौजूद अपने बेस की सुरक्षा के लिए तगड़े इंतजाम करने पड़ेंगे। चीन की DF-17 मिसाइल 2500 किलोमीटर दूर तक हाइपरसोनिक स्पीड से अपने लक्ष्य को भेद सकती है। इस मिसाइल को पहली बार पिछले साल चीन की स्थापना के 70वें वर्षगांठ के अवसर पर प्रदर्शित किया गया था। यह मिसाइल 15000 किलोग्राम वजनी और 11 मीटर लंबी है, जो पारंपरिक विस्फोटकों के अलावा न्यूक्लियर वॉरहेड को भी लेकर जा सकती है। सरल भाषा में कहें तो यह मिसाइल परमाणु हमला करने में भी सक्षम है।
हाइपरसोनिक मिसाइल आवाज की रफ्तार (1235 किमी प्रतिघंटा) से कम से कम पांच गुना तेजी से उड़ान भर सकती है। ऐसी मिसाइलों की न्यूनतम रफ्तार 6174 किमी प्रतिघंटा होती है। ये मिसाइलें क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल दोनों के फीचर्स से लैस होती हैं। लॉन्चिंग के बाद यह मिसाइल पृथ्वी की कक्षा से बाहर चली जाती है। जिसके बाद यह टारगेट को अपना निशाना बनाती है। तेज रफ्तार की वजह से रडार भी इन्हें पकड़ नहीं पाते हैं।
आम मिसाइलें बैलस्टिक ट्रैजेक्टरी फॉलो करती हैं। इसका मतलब है कि उनके रास्ते को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। इससे दुश्मन को तैयारी और काउंटर अटैक का मौका मिलता है जबकि हाइपरसोनिक वेपन सिस्टम कोई तयशुदा रास्ते पर नहीं चलता। इस कारण दुश्मन को कभी अंदाजा नहीं लगेगा कि उसका रास्ता क्या है। स्पीड इतनी तेज है कि टारगेट को पता भी नहीं चलेगा। यानी एयर डिफेंस सिस्टम इसके आगे पानी भरेंगे।
अमेरिका द्वारा 30 साल पुरानी इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस (आईएनएफ) संधि से खुद को अलग कर लेने के बाद दुनियाभर में हाइपरसोनिक मिसाइलों को बनाने की होड़ मच गई है। संधि से अलग होने के एक सप्ताह बाद ही 20 अगस्त को अमेरिका ने 500 किलोमीटर से अधिक रेंज वाली एक क्रूज मिसाइल का परीक्षण कर रूस को नाराज कर दिया था। जिसके जवाब में उसने दिसंबर 2019 में ध्वनि से गति से 27 गुना ज्यादा तेज अवनगार्ड हाइपरसोनिक मिसाइल को अपनी सेना में शामिल किया था।
हाइपरसोनिक मिसाइल क्या है? : मिसाइल एक गाड़ी की तरह है और यह पेलोड (परमाणु या अन्य हथियारों) को ढोने का काम करती है। गति के आधार पर मिसाइलें तीन प्रकार की होती हैं- सबसोनिक, सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक। ध्वनि की गति (330मी/सेकेंड) से कम रफ्तार से उड़ने वाली मिसाइल सबसोनिक, ध्वनि की गति से ज्यादा तेज उड़ने वाली सुपरसोनिक और ध्वनि से पांच गुनी (6,174 किमी/घंटा) या उससे अधिक रफ्तार से उड़ने वाली मिसाइल हाइपरसोनिक होती है।