अमेरिका में एक व्यक्ति को हत्या और बलात्कार के झूठे मामले में 37 साल जेल में गुजारने पड़े। अब रिहा होने के बाद शख्स ने पुलिस अधिकारियों और फोरेंसिक डेंटिस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। 56 साल के रॉबर्ट डुबोइस को 1983 में बारबरा ग्राम्स नाम की एक महिला की हत्या और बलात्कार के मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। दोषी पाए जाने के बाद डुबोइस को तीन साल मौत की सजा पाए कैदियों के साथ रखा गया था।
डीएनएन नहीं मिलने पर किया गया रिहा : पिछले साल इस मामले में नए डीएनए सबूतों को टेस्ट किया गया। इसमें पता चला कि बारबरा ग्राम्स की हत्या रॉबर्ट डुबोइस ने नहीं की थी। जिसके बाद 2020 में रॉबर्ट डुबोइस को रिहा कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि उस समय पुलिस अधिकारियों और फोरेंसिक डॉक्टर ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर रॉबर्ट को फंसाया था।
दोषी पुलिसकर्मियों और डॉक्टर के खिलाफ केस : द टैम्पा बे टाइम्स के अनुसार, इस हफ्ते रॉबर्ट ने फेडरल कोर्ट में तीन पूर्व डिटेक्टिव, एक पूर्व पुलिस सार्जेंट और एक एक फोरेंसिक डेंटिस्ट के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। इसमें कहा गया है कि इन लोगों ने रॉबर्ट को बारबरा ग्राम्स की हत्या और बलात्कार के मामले में झूठे सबूत गढ़कर गलत तरीके से फंसाया था।
दांत काटने के निशान के आधार पर दोषी करार दिया गया : बारबरा ग्राम्स का शव 19 अगस्त 1983 को टैम्पा में एक डेंटल ऑफिस के बाहर यॉर्ड में मिला था। जांच में पता चला कि 19 साल की ग्राम्स को बलात्कार करने के बाद बुरी तरह से पीटा गया था। तब जांचकर्ताओं ने कहा था कि उन्हें उसके गाल पर काटने का निशान मिला है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि तब पुलिस ने मधुमक्खी के मोम का इस्तेमाल दांत काटने के निशान की जांच के लिए किया था। इसी संदिग्ध तरीके के आधार पर पुलिस ने दावा किया था कि ये निशान रॉबर्ट डुबोइस के दांत के निशान से मेल खा रहे हैं।
2020 में हुई डीएनए की जांच : बड़ी बात यह है कि तब कोर्ट ने भी इसी सबूत के आधार पर डुबोइस को दोषी करार देकर जेल भेज दिया था। जांचकर्ताओं ने घटना के समय उस महिला के रेप किट में डीएनए सैंपल्स को रखा हुआ था। जब 2020 में कोर्ट के आदेश पर डीएनए सैंपल की जांच हुई तो वह रॉबर्ट डुबोइस से मेल नहीं खाया।
मुआवजे के लिए विधानसभा में बिल : अब फ्लोरिडा की विधानसभा में मुआवजे को लेकर बिल पेश किया जाएगा। अगर इस बिल को विधानसभा की मंजूरी मिल जाती है तो डुबोइस को गलत तरीके से जेल में कैद रखने के एवज में 1.85 मिलियन डॉलर मिल सकते हैं।