Harbhajan Retirement: हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) के रिटायरमेंट की घोषणा के बाद BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने पुराने दौर को याद करते हुए इस ऑफ स्पिनर की खूब तारीफें की. उन्होंने हरभजन को जुनूनी, आत्मविश्वास से लबरेज और चुनौतियों से कभी न घबराने वाला शख्स करार दिया. उन्होंने कहा कि हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) की ‘प्रदर्शन करने की भूख’ ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रेरित किया.
सौरव ने कहा, ‘मैं हरभजन सिंह को शानदार करियर के लिये बधाई देता हूं. उनकी जिंदगी में कई चुनौतियों आईं, लेकिन भज्जी ने कभी हार नहीं मानी. कई अवरोधों को पीछे छोड़ वे हर बार मजबूती के साथ फिर खड़े हुए. उन्होंने कई सारी बाधाओं को पार किया. मुझे उनके बारे में सबसे ज्यादा जिस चीज ने प्रेरित किया, वो उनकी प्रदर्शन करने की भूख थी.’
BCCI के एक बयान में सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कहा, ‘हरभजन की ताकत ही उनकी हिम्मत थी. वह हमेशा ही जुनूनी रहते थे. आत्मविश्वास से लबरेज हरभजन कभी भी चुनौती से नहीं कतराते थे. वह हमेशा ड्रेसिंग रूम का माहौल हल्का रखते थे और यह बहुत महत्वपूर्ण होता है.’
इस दौरान गांगुली ने हरभजन के साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन को भी याद किया. उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 की टेस्ट सीरीज एक ऐसी सीरीज थी, जिसमें एक ही गेंदबाज ने अकेले दम पर टीम को जीत दिला दी. ये हरभजन का महान प्रदर्शन था.’ गांगुली अपने पुराने दौर को याद करते हुए कहते हैं कि हरभजन कभी भी डीप में फिल्डर लगाना पसंद नहीं करते थे. वह सचमुच में एक मैच विजेता थे. मैं उन्हें बस यह कहना चाहूंगा कि उनकी अगली पारी बेहद उत्साहित करने वाली होगी.
भारत के चौथे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज हैं हरभजन : हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट लिए हैं. वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज हैं. वनडे में भी उनके नाम 236 मुकाबलों में 269 विकेट दर्ज हैं. वे भारत के पांचवें सबसे सफल वनडे गेंदबाज भी हैं.
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