श्रीलंका में गुरुवार को एक रूसी विमान करीब 200 यात्रियों के साथ मॉस्को के लिए उड़ान भरने ही वाला था कि तभी श्रीलंकाई अधिकारियों ने इसे जब्त कर लिया। हवाई अड्डे के अधिकारियों के हवाले से खलीज टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी। बंदरानाइक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को मॉस्को से कोलंबो पहुंचे एअरोफ़्लोट एयरबस ए 330 को कोलंबो वाणिज्यिक न्यायालय के एक आदेश पर लौटने से मना कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर हमले के मद्देनजर मॉस्को पर पश्चिमी देशों के लगाए गए प्रतिबंधों के कारण रूसी एयरलाइन एअरोफ़्लोट ने मार्च में सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया था, लेकिन अप्रैल में कोलंबो के लिए इसने फिर से संचालन शुरू कर दिया। इधर, रूस के नागरिक उड्डयन निकाय ने सिफारिश की थी कि प्रतिबंधों के कारण विमानों की जब्ती से बचने के लिए विदेशों में पंजीकृत किराये के विमानों का संचालन करने वाली रूसी एयरलाइंस विदेशों में अपनी उड़ानें बंद कर दें।
फिलहाल, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विमान एसयू289 को रोकना उन प्रतिबंधों से संबंधित है या नहीं। हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा,‘‘हमें इसका सटीक कारण नहीं पता है, लेकिन हमने सुना है कि मामला व्यवसायिक विवाद से जुड़ा हुआ है।‘‘ अधिकारियों ने यह भी बताया कि सभी यात्रियों और चालक दल को विमान से उतारकर होटल पहुंचाया गया है।