रूस ने यूक्रेन में विदेशी हथियारों के ठिकाने को पूरी तरह तबाह कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस गोदाम में अमेरिका और बाकी नाटो देशों से मिले कई हथियारों (US Weapons to Ukraine) को रखा गया था। रूसी मिसाइलों ने इस गोदाम का चप्पा-चप्पा तबाह कर दिया है। ऐसे में इस हमले को रूसी सेना की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। दरअसल, इन्हीं हथियारों के दम पर यूक्रेनी सेना ने रूस को कड़ी टक्कर दी है। ऐसे में रूसी सेना ने खुफिया जानकारी के आधार पर ओडेसा में एक लॉजिस्टिक टर्मिनल पर मिसाइलों से हमला किया।
मिसाइलों ने ओडेसा के लॉजिस्टिक टर्मिनल को बनाया निशाना : रूसी सेना ने ओडेसा के लॉजिस्टिक टर्मिनल पर हमले के लिए इस्तेमाल की गई मिसाइल का नाम नहीं बताया। हालांकि, रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह जरूर कहा कि इस मिशन को अंजाम देने के लिए सटीकता के साथ हमला करने वाली एक घातक मिसाइल का इस्तेमाल किया था। विशेषज्ञों का दावा है कि यह मिसाइल इस्कंदर हो सकती है। हालांकि, यूक्रेन ने भी मिसाइल के नाम की पुष्टि नहीं की है।
रूस का दावा- हमने एक दिन में 200 यूक्रेनी सैनिकों को मारा : एक ऑनलाइन पोस्ट में रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी सेना ने शनिवार को 200 यूक्रेनी सैनिकों को मार डाला था और 30 से अधिक वाहनों को नष्ट कर दिया था, जिनमें से कुछ बख्तरबंद थे। जवाब में यूक्रेनी सेना ने भी मारे गए रूसी सैनिकों की संख्या को जारी किया है। हालांकि दोनों देशों के दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है। इसके बावजूद यूक्रेन का दावा है कि पिछले 60 दिनों के युद्ध में 21,800 रूसी सैनिक मारे गए हैं।
यूक्रेन ने भी रूस को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया : यूक्रेनी सेना ने रूस के सैन्य उपकरणों और मशीनरी को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया है। उन्होंने दावा किया कि लड़ाई के दौरान रूस के 873 टैंकों को नष्ट कर दिया गया है। इसके अलावा 2238 बख्तरबंद वाहन, 179 विमान, 154 हेलीकॉप्टर और 408 आर्टिलरी सिस्टम को भी बर्बाद किया गया है। रूसी सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले की शुरुआत की थी, जिसके बाद बेलारूस के रास्ते भी बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों ने राजधानी कीव को घेर लिया था।