रूस के 47 साल पुराने टीयू-141 स्ट्रिज (Tu-141 Strizh) ड्रोन ने नाटो के तीन देशों के ऊपर उड़ान भरकर सबको चौंका दिया है। बड़ी बात यह है कि इस दौरान किसी भी देश के एयर डिफेंस को इस ड्रोन (Tupolev Tu-141) की मौजूदगी का पता नहीं चला। ड्रोन ईंधन खत्म होने के बाद क्रोएशिया में क्रैश हो गया। तब जाकर इसकी मौजूदगी के बारे में लोगों को पता चला। यह ड्रोन क्रोएशिया की राजधानी जागरेब के बाहरी इलाके में क्रैश हुआ है। इस दौरान एक तेज धमाका हुआ लेकिन इसमें कोई हताहत या घायल नहीं हुआ।
क्रोएशिया के एयर डिफेंस में 700 किमी की रफ्तार से घुसा : क्रोएशिया की सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पायलट रहित सैन्य विमान ने पड़ोसी देश हंगरी से क्रोएशिया के वायु क्षेत्र में 700 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से और 1,300 मीटर (4,300 फुट) की ऊंचाई पर प्रवेश किया। सरकार ने कहा कि एक आपराधिक जांच शुरू की जाएगी और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को इस घटना से अवगत कराया जाएगा।
इन नाटो देशों के ऊपर से भरी उड़ान : क्रोएशिया सरकार ने कहा कि इस घटना का यह मतलब है कि यह बड़ा ड्रोन विमान कम से कम 560 किमी तक उड़ा, लेकिन क्रोएशिया, हंगरी और संभवत:रोमानिया की वायु रक्षा प्रणालियों को इसका पता तक नहीं चला। ये सभी पश्चिमी सैन्य गठबंधन के सदस्य हैं। द वार जोन ऑनलाइन मैगजीन के सैन्य विशेषज्ञों ने कहा कि यह ड्रोन सोवियत कालीन टीयू-141 स्ट्रिज ड्रोन है।
क्रोएशिया ने की जांच की मांग : क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलानोविक ने कहा कि इस गंभीर घटना की अवश्य ही गहन जांच होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि ड्रोन निर्बाध रूप से नाटो देशों के ऊपर से एक घंटे तक कैसे उड़ा। उन्होंने कहा कि ईंधन की कमी के चलते ड्रोन जागरेब में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
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