अमित शाह ने सीआरपीएफ कैंप में कई प्रकार के हथियारों का अवलोकन किया। अमित शाह ने इससे पहले दूसरे दिन भारत पाकिस्तान सीमा के आखिरी पोस्ट में जाकर लोगों से मुलाकात की थी। स्थानीय लोगों को अपना मोबाइल नंबर दिया था। कुल मिलाकर सरकार की तरफ से ये बताने की कोशिश की जा रही है कि केंद्र सरकार कश्मीर की आवाम के साथ है।
जवानों के साथ बिताना चाहता था समय-अमित शाह : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ समय बिताना चाहता था, उनसे मिलकर उनके अनुभव और कठिनाइयों को जानना और जज़्बे को देखना चाहता था और इसी वजह से उन्होंने पुलवामा के लेथपोरा सीआरपीएफ कैम्प में जवानों के वक्त गुजारने का फैसला लिया।
आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति-अमित शाह
गृह मंत्री ने CRPF जवानों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि देश हित में कश्मीर के लिए इतना बड़ा फैसला लेने के बाद भी जिस मुस्तैदी के साथ आप लोगों ने यहां मोर्चा संभाला, बिना रक्तपात के कश्मीर के अंदर विकास के नए युग की शुरुआत हुई है। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है, आतंकवाद को हम सहन ही नहीं कर सकते है।
वहीं इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पर्यटन द्वारा आयोजित ‘हाउसबोट फेस्टिवल’ का भी उद्घाटन किया। इसके अलावा श्रीनगर की प्रसिद्ध डल झील में आयोजित म्यूजिकल फाउंटेन और लेजर शो का भी आनंद लिया।
आप मुस्तैद हैं इसलिए चैन की नींद सो रहा देश-शाह : गृह मंत्री ने CRPF जवानों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि मैं मानता हूं कि आप लोग -43 डिग्री टेंपरेचर से +43 डिग्री टेंपरेचर में 24 घंटे देश की सुरक्षा के लिए अलग-अलग मुस्तैद हैं इसीलिए देश चैन की नींद सो सकता है। इसके बाद उन्होंने कहा कि साल 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश तेजी से विकास के रास्ते पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी का भरोसा है कि कुछ ही समय में दुनिया के सभी अर्थतंत्र में भारत का स्थान मजबूत से मजबूत जगह पर होगा।