बच्चों को पालना हर पेरेंट्स के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है। बच्चों की परवरिश करने दौरान माता-पिता को कई बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है। तभी बच्चा में अच्छे संस्कार आ सकते हैं। वे समाज में एक अच्छा इंसान बन सकते हैं। मगर आमतौर पर हर मां-बाप को बच्चे की परवरिश में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दरअसल, वे इस बात को लेकर चिंतित होते हैं कि आखिर बच्चों के साथ कैसा व्यवहार किया जाए? या कैसे उन्हें समझाया व संभाला जाएं।
ऐसे में अगर आप भी इस परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आज हम आपको कुछ खास टिप्स देते हैं। इसकी मदद से आप अच्छे से अपने बच्चों की परवरिश कर सकते हैं।
गलती पर बच्चों से भी मांगे मांफी : गलती पर सिर्फ बच्चों का ही मांफी मांगना सही नहीं है अगर आप भी कोई गलती करें तो बच्चों से माफी मांगे। इससे आपका और उनका रिश्ता मजबूत होगा।
बच्चों की गलतियों पर डांटने की जगह प्यार से समझाएं : बच्चे तो गलतियां करते ही रहते हैं। मगर इसपर पेरेंट्स का फर्ज बनता है कि वे उन्हें गुस्सा करने की जगह पर प्यार से समझाएं। असल में, बच्चे डांट की जगह पर प्यार की भाषा जल्दी समझते हैं। ऐसे में उन्हें अपनी गलती का बेहतर तरीके से अहसास होगा।
पेरेंट्स का सोशली एक्टिव रहना बहुत जरूरी : माता-पिता के सोशली एक्टिव रहने का असर बच्चों पर भी पड़ता है। सोशली एक्टिव पेरेंट्स के बच्चे समाज में आसानी से घुलना-मिलना सीख जाते हैं।
बच्चों के लिए बहुत जरूरी फिजिकल एक्टिविटी : 3-5 साल के बच्चों को कम से कम 3 घंटे फिजिकल एक्टिविटी जैसे साइकलिंग, नाचना-गाना, रस्सी कूदना आदि करवाना चाहिए। इससे उनका विकास बेहतर तरीके से होता है।
पेरेंट्स बच्चों के सामने ना करें ये काम : पती-पत्नी को कभी भी बच्चों के सामने नहीं लड़ना चाहिए। इसके साथ ही कभी किसी की आलोचना भी नहीं करनी चाहिए। इससे बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है।