पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान फरवरी में अपनी रूस की यात्रा पर पहुंचे थे। उन्होंने मॉस्को में पुतिन से मुलाकात की थी लेकिन उनकी यह यात्रा विवादों में घिर गई। जिस दिन इमरान रूस पहुंचे उसी दिन पुतिन ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान में विपक्ष इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया और वह सत्ता से बाहर हो गए। उन्होंने इसके पीछे अमेरिका की साजिश को जिम्मेदार ठहराया है।
पाकिस्तान में रूस के राजदूत दानिला गनिच ने कहा है कि यूक्रेन पर रूसी हमले के दिन पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की विवादास्पद यात्रा महज ‘इत्तेफाक’ थी। उन्होंने कहा कि अगर खान को पहले से इस बात की जानकारी होती तो पूर्व प्रधानमंत्री कभी भी उस दिन रूस की यात्रा पर नहीं जाते। खान ने 24 फरवरी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी और इसी दिन रूस ने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला किया था।
‘अगर पता होता तो उस दिन रूस नहीं जाते इमरान’ : गनिच ने रविवार को एक इंटरव्यू में कहा, ‘यह महज एक इत्तेफाक था। अगर इमरान खान को जानकारी होती तो वह कभी उस दिन देश (रूस) की यात्रा नहीं करते।’ गनिच से खान के उस दावे के संबंध में सवाल किया गया था कि उनकी रूस यात्रा के कारण उन्हें पद से हटाया गया। पूर्व प्रधानमंत्री खान ने दावा किया था कि अमेरिका की आपत्ति के बावजूद उन्होंने रूस की यात्रा की थी।
‘रूस-पाकिस्तान की दोस्ती से नाखुश था अमेरिका’: खान ने अप्रैल में उनकी सरकार के खिलाफ लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पीछे अमेरिकी साजिश का आरोप लगाया था। राजूदत ने कहा कि खान एक ईमानदार व्यक्ति थे जो देश का हित चाहते थे। इमरान खान का आरोप है कि उनकी और रूस की नजदीकियों से अमेरिका से नाखुश था और इसलिए उन्हें सत्ता से हटाने की साजिश रची गई। अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में इमरान खान कुछ ‘धमकी भरी चिट्ठियों’ को लहराते थे और कहते थे इनमें अमेरिका ने पाकिस्तान को धमकी दी है।