ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक बार फिर 2010 की तरह पाकिस्तान के खिताबी सपना को चकनाचूर कर दिया है। एक वक्त महज एक रन पर एक विकेट खोकर संघर्ष कर रही ऑस्ट्रेलिया को पहले डेविड वॉर्नर ने संभाला, फिर आखिरी में स्टॉयनिस की खूबसूरत पारी दिखी और अंत किया मैथ्यू वेड ने। उन्होंने भारत के खिलाफ मैच के हीरो रहे शाहीन शाह अफरीदी के एक ही ओवर में हैट्रिक सिक्स उड़ाते हुए ऑस्ट्रेलिया को 6 गेंद पहले ही 5 विकेट की जीत दिला दी। अब टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। इसका मतलब है कि टी-20 वर्ल्ड कप का एक नया चैंपियन मिलेगा।
इससे पहले सलामी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और फॉर्म में वापसी करने वाले फखर जमां के अर्धशतकों से पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 विकेट पर 176 रन का मजबूत स्कोर बनाया। रिजवान ने 52 गेंदों पर 67 रन बनाये जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल हैं। उन्होंने कप्तान बाबर आजम (34 गेंदों पर 39 रन) के साथ पहले विकेट के लिये 71 और फखर जमां (32 गेंदों पर नाबाद 55, तीन चौके, चार छक्के) के साथ दूसरे विकेट के लिये 72 रन की साझेदारी की।
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों विशेषकर जोश हेजलवुड का अपनी गेंदों पर नियंत्रण नहीं था। उन्होंने चार ओवर में 49 रन लुटाये। उसके दोनों स्पिनरों एडम जंपा (22 रन देकर एक) और ग्लेन मैक्सवेल (तीन ओवर में 20 रन) ने किफायती गेंदबाजी की। मिशेल स्टार्क (38 रन देकर दो) और पैट कमिन्स (30 रन देकर एक) ने भी विकेट लिये। बाबर और रिजवान ने फिर से पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत दिलायी। बाबर शुरू से लय में थे और उन्होंने गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया।
पाकिस्तान ने पावरप्ले में बिना किसी नुकसान के 47 रन बनाये जो इस टूर्नामेंट में पहले छह ओवर में उसका सर्वाधिक स्कोर है। आरोन फिंच ने तीसरे ओवर में ही मैक्सेवल के रूप में स्पिन आक्रमण आजमाया। रिजवान ने तब खाता भी नहीं खोला था जब डेविड वार्नर ने सीमा रेखा पर उनका मुश्किल कैच छोड़ा। रिजवान ने इसका फायदा उठाकर हेजलवुड पर छक्का लगाया। इसके बाद हालांकि मैक्सवेल और जंपा ने दबाव बनाया जिसका प्रभाव बल्लेबाजों पर साफ दिखा। बाबर ने लेग स्पिनर जंपा के पहले ओवर में इस दबाव में स्लॉग स्वीप करके लांग ऑन पर वार्नर को आसान कैच दिया।
उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके लगाये। पाकिस्तान पर जब दबाव बन रहा था तब रिजवान ने जंपा पर स्क्वायर लेग पर छक्का लगाकर इस कैलेंडर वर्ष में टी20 अंतरराष्ट्रीय में 1000 रन पूरे किये। यह कारनामा करने वाले वह दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं। स्टार्क का बाउंसर रिजवान के हेलमेट की ग्रिल पर लगा लेकिन इससे उनका विश्वास नहीं डगमगाया। उन्होंने 14वें ओवर में हेजलवुड पर एक और छक्का जड़कर टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया और फिर 41 गेंदों पर टूर्नामेंट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया।
फखर ने पर्याप्त समय क्रीज पर बिताने के बाद हेजलवुड पर सीधा छक्का लगाकर अपने तेवर दिखाये। इस ओवर में रिजवान ने भी छक्का जमाया। रिजवान ने स्टार्क की गेंद पर कैच दिया लेकिन फखर रंग में लौट चुके थे। उन्होंने स्टार्क पर तीन छक्के लगाये लेकिन आसिफ अली (शून्य) और शोएब मलिक (एक) कुछ कमाल नहीं कर पाये।