मुल्ला बरादर कभी मीडिया के कैमरे से दूर नहीं रहे, फिर भी कई दिनों से उनके सामने न आने से चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। अफगानिस्तान के नए डेप्युटी पीएम की लंबे समय से जनता के सामने न आने से सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मुल्ला बरादर कहां हैं। कई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक उनकी या तो मौत हो गई है, या वे गंभीर रूप से घायल हैं, या बेहद सामान्य प्रोफाइल में रहना चाहते हैं। इसमें से सच क्या है, कोई नहीं जानता।
क्या फायरिंग में घायल हुए हैं बरादर? : रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरिम सरकार के ढांचे को लेकर बरादर नाखुश थे। इसके चलते हक्कानी से उनकी तीखी बहस हुई है। इसके अलावा उनके समर्थकों के बीच भी झड़प हुई है। माना जा रहा है कि उस दौरान हुई फायरिंग में मुल्ला बरादर घायल हुए हैं। बता दें कि दोहा में अमेरिका और तालिबान के बीच हुई कई दौर की वार्ता में अब्दुल गनी बरादर अगुवा के तौर पर थे।
टीवी पर इंटरव्यू देते दिखे बरादर? : सोशल मीडिया पर जारी मौत की अफवाहों के बीच मुल्ला बरादर अफगानिस्तान के एक टीवी चैनल को इंटरव्यू देते दिखाई दिए हैं। इससे पहले अफगानिस्तान के सांस्कृतिक आयोग के मल्टीमीडिया ब्रांच चीफ अहमदुल्ला मुत्तकी ने मुल्ला बरादर की तस्वीर के साथ एक फोटो ट्वीट करते हुए कहा था कि डेप्युटी प्रधानमंत्री मुल्ला बरादर का यह लेटेस्ट इंटरव्यू आज प्रसारित होगा। बाद उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट बरादर के इंटरव्यू वाले एक वीडियो को रिट्वीट भी किया।
तालिबान का क्या है कहना? : काबुल में बरादर की गैर-मौजूदगी की वजह से सोशल मीडिया पर उसकी मौत की खबरें भी चलने लगी है। बीबीसी ने तालिबान सूत्रों के हवाले से कहा है कि बरादर काबुल छोड़ कंधार चले गए हैं। एक प्रवक्ता ने पहले कहा कि बरादर कंधार सुप्रीम नेता से मिलने गए हैं, बाद में बताया गया कि वह थक गए थे और अभी आराम करना चाहते हैं। इस बीच सोमवार को बरादार के नाम पर एक ऑडियो टेप जारी किया गया, जिसमें वह कह रहे हैं कि मैं यात्राओं की वजह से बाहर हूं और इस वक्त जहां भी हूं, ठीक हूं। इस ऑडियो टेप को तालिबान की कई आधिकारिक वेबसाइटों पर पोस्ट किया गया है, लेकिन इसकी सत्यता की निष्पक्ष रूप से पुष्टि नहीं हो पाई।
तालिबान के सुप्रीम लीडर भी नजर नहीं आ रहे : तालिबान के प्रवक्ता सुलैल शाहीन ने ट्विटर पर बताया कि बरादर को लेकर चल रही तमाम सूचनाएं आधारहीन हैं। वहीं कंधार में एक बैठक में बरादर के शामिल होने के विडियो फुटेज भी जारी किए गए। हालांकि, इनकी सचाई की पुष्टि नहीं हो सकी है। इसके अलावा तालिबाान के सुप्रीम लीडर मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा भी 15 अगस्त के बाद से सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए हैं। तालिबान का कहना है कि दोनों ही नेता जल्द सामने आएंगे।