मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दमनकारी कार्रवाई का आरोप लगाते हुए राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि सूबे के सरकारी अधिकारियों का यह बात समझ लेनी चाहिए कि वे भाजपा के नहीं, बल्कि भारतीय संविधान के गुलाम हैं।
सिंह ने इंदौर के कुछ कांग्रेस नेताओं को प्रशासन द्वारा जिलाबदर किए जाने और उनके खिलाफ अलग-अलग आपराधिक मामले दर्ज किए जाने के खिलाफ पार्टी की रैली की अगुवाई करते हुए यह बात कही।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “राज्य में भाजपा के इशारे पर प्रशासन बेकसूर कांग्रेस नेताओं पर आपराधिक मुकदमे लाद रहा है, उनके मकानों को अवैध बताकर ढहा रहा है और उन्हें परेशान कर रहा है।”
राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेताओं पर प्रशासन की “दमनकारी कार्रवाई” कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसके खिलाफ सड़क से लेकर विधानसभा तक संघर्ष किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दर्ज कथित तौर पर झूठे मामलों को रद्द कराने के लिए अदालत की शरण भी ली जाएगी।
सिंह की अगुवाई में रैली निकाले जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंदौर संभाग के आयुक्त पवन कुमार शर्मा के कार्यालय का घेराव किया और पार्टी नेताओं पर प्रशासन की कथित दमनकारी कार्रवाई के खिलाफ उन्हें ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान वहां बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया था।
शहर के बापट चौराहे से संभाग आयुक्त कार्यालय तक निकली कांग्रेस की रैली में शामिल सैकड़ों कार्यकर्ता पार्टी के झंडों के साथ ही भगवा ध्वज भी लेकर चल रहे थे।