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November 24, 2024
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मध्यप्रदेश में डूबने से सात की मौत: गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान भिंड में चार, सतना में तीन बच्चे डूबे


गणेश विसर्जन के दौरान मध्यप्रदेश के भिंड में एक बड़ा हादसा हो गया। रविवार को गणेश विसर्जन के दौरान भिंड के मेहगांव क्षेत्र में चार बच्चे तालाब में डूब गए। वहीं, सतना जिले के जूरा गांव में तालाब में डूबने से तीन बच्चों की जान चली गई।
गणेश विसर्जन के दौरान मध्यप्रदेश के भिंड में एक बड़ा हादसा हो गया। न चारों की डूबने के कारण मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, इलाके के एक मंदिर की गणेश प्रतिमा के विसर्जन कार्यक्रम के दौरान यह हादसा हुआ। बच्चे प्रतिमा विसर्जन में शामिल हुए थे। इसके बाद वह तालाब में नहाने लगे। नहाते-नहाते वह गहरे पानी में चले गए। एक दूसरे को बचाने के चक्कर में एक के बाद एक चार बच्चे डूब गए। मृतकों में दो सगे भाई भी हैं।
गोताखोरों की मदद से बच्चों को पानी के अंदर से निकाला गया। लेकिन इनमें से तीन की तो उसी समय मौत हो गई, जबकि चौथे को अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह के अनुसार चौथे बालक की धड़कनें चल रही थीं, इसलिए उसे ग्वालियर रेफर किया गया था। वही घटना के बाद दो अन्य अभी भी बच्चे भी लापता बताए जा रहे हैं। उनकी तलाश गांव और तालाब दोनों जगह की जा रही है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया है।
मृत बच्चों की पहचान मेहगांव के अभिषेक कुशवाहा, सचिन राजावत, हर्षित राजावत , प्रशांत कुशवाहा के रूप में हुई है। सभी की उम्र 12- 13 साल के बीच थी। हादसे के बाद रेडक्रॉस ने परिवार को दाह संस्कार के लिए 10-10 हजार रुपये की मदद की है।
सतना में डूबे तीन बच्चे : रविवार को सतना में भी बच्चों के डूबने का मामला सामने आया है। सतना जिले के जूरा गांव में नादन इलाके में तालाब में डूबने से तीन बच्चों की जान चली गई। जानकारी के मुताबिक बच्चे तालाब के पास खेल रहे थे। इसी दौरान वह तालाब में नहाने के लिए उतर गए। एक बच्चा ज्यादा गहराई में गया और डूबने लगा। उसे बचाने के लिए दूसरा बच्चा गया और वह भी डूबने लगा। ऐसा करते हुए तीन बच्चे तालाब में डूब गए।
इसके बाद दो बच्चे भागकर गांव गए और उन्होंने इसकी जानकारी लोगों को दी। जब तक लोग पहुंचे तब तक बच्चों की मौत हो गई थी। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस की टीम पहुंची। बाद में गोताखोरों की मदद से बच्चों के शवों को तालाब से बाहर निकाला गया। सभी बच्चों की उम्र 8-10 साल थी। प्रशासन ने परिवारों को 50-50 हजार रुपये की त्वरित सहायता दी है।

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एलएन आयुर्वेद कॉलेज के डायरेक्टर पुरस्कार से सम्मानित

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