एमपी में उपचुनाव के बीच नई राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान की सरकार के खिलाफ अवैध रेत खनन को लेकर मोर्चा खोला दिया है। उन्होंने अवैध रेत खनन की शिकायत लोकायुक्त से की (Digvijay Singh Meets To Lokayukata) है। साथ ही दावा किया है कि अवैधन खनन में शामिल लोगों के खिलाफ हमने प्रर्याप्त साक्ष्य दिए हैं। साथ ही लोकायुक्त से जांच की मांग की है।
दिग्विजय सिंह ने कहा है कि पूरे एमपी में अवैध रेत खनन जारी है। खनन मंत्री के गृह जिले पन्ना सहित प्रदेश के कई हिस्सों में यह हो रहा है। मैंने लोकायुक्त को हलफनामे के साथ साक्ष्य सौंपे हैं। इसमें कलेक्टर, खनन अधिकारी और खनन मंत्री शामिल हैं। दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि उनकी शिकायत पर लोकायुक्त ने भी सहमति जताई है, उन्हें चाहिए कि वह जांच कराएं।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि पन्ना में रेत ठेकेदारों ने 200 किसानों से अनुबंध कर अवैध रेत माइनिंग के लिए जमीन हड़प ली है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सब बीजेपी अध्यक्ष और खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के सरंक्षण में हो रहा है। दिग्विजय सिंह ने लोकायुक्त से शिकायत की है और 570 पन्ने के दस्तावेज दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह यूपी से सटा हुआ इलाका है। इसलिए यहां से रेत की सप्लाई यूपी में हो रही है।
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील के एक गांव की शिकायत की है। जहां रसमीत मल्होत्रा ने रेत निकालने के लिए अपने और अपने कर्मचारियों के नाम पर किसानों से इकरारनामा करा रखा है।