मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ तीसरी लहर को लेकर आशंकाएं बढ़ने लगी हैं। एमपी में दिसंबर महीने में अब तक 347 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहरों की तरह इस बार भी राजधानी भोपाल और इंदौर पहले दो स्थानों पर हैं। सबसे ज्यादा संक्रमित यहीं मिले हैं। राजधानी भोपाल में मंगलवार को एक आईएएस अधिकारी का पूरा परिवार कोरोना संक्रमित निकला। परिवार के किसी सदस्य की ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं है।
आईएएस अधिकारी, उनकी पत्नी, बेटी और बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बुजुर्ग पिता संक्रमण से बचे गए हैं। जानकारी के मुताबिक शनिवार को आईएएस अधिकारी को हल्की सर्दी-खांसी हुई थी। ठंड भी लगी थी। धीरे-धीरे परिवार के अन्य सदस्यों को भी यही समस्या होने लगी। उन्होंने सोमवार को पूरे परिवार का कोरोना टेस्ट कराया। इसमें पिता को छोड़ चार लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
खतरे की बात यह है कि आईएएस अधिकारी के परिवार का कोई सदस्य विदेश नहीं गया। अब तक जो मरीज मिले हैं, उनमें से अधिकांश की ट्रैवल हिस्ट्री रही है। इससे स्पष्ट है कि अब यह देश से बाहर नहीं गए लोगों को भी अपनी चपेट में लेने लगा है। आईएएस अधिकारी के परिवार के चारों सदस्यों को हल्की सर्दी-खांसी के लक्षण हैं। पूरा परिवार घर पर ही आइसोलेशन में है।
मध्य प्रदेश में दिसंबर के पहले 21 दिनों में कुल 347 संक्रमित मिल चुके हैं। 137 पॉजिटिव केस के साथ भोपाल पहले नंबर पर है। भोपाल में कोरोना के 65 केस एक्टिव हैं। 33 होम आइसोलेशन में हैं और 32 अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। राजधानी में अब तक 1 लाख 23 हजार 841 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 1 लाख 22 हजार 772 डिस्चार्ज किए गए। दूसरे स्थान पर इंदौर है। यहां 131 संक्रमित मिल चुके हैं।