संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भारत के साथ अपनी सामान्य उड़ान सेवाएं फिर से शुरू करने की वकालत की है। यूएई ने बुधवार को कहा कि इस तरह के कदमों से यात्रा की बढ़ती लागत पर काबू पाने और यात्रियों को होने वाली कठिनाइयों को दूर करने में मदद मिलेगी। भारत में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अहमद अल्बन्ना ने यह भी कहा कि दोनों देश अगले साल की पहली छमाही तक एक समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते को मजबूत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे व्यापार और निवेश संबंधों को काफी बढ़ावा मिलने की संभावना है। उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और इजरायल के नवगठित समूह का जिक्र किया तथा कहा कि चार सहयोगी देशों के बीच मंत्रिस्तरीय बैठक के लिए तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने कहा कि चार देशों के विदेश मंत्री जल्द ही समूह के सहयोग वाले क्षेत्रों की घोषणा करेंगे।
सामान्य दिनों की तुलना में सिर्फ 30 फीसदी यात्री : अल्बन्ना ने कहा कि यह व्यापार पर ध्यान केंद्रित करने वाला एक आर्थिक संगठन है। उन्होंने भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सामान्य हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने का समर्थन किया। अल्बन्ना ने कहा कि ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत यात्रियों की वर्तमान संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा सिर्फ 30 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि हवाई सेवाओं के सामान्य होने से टिकटों की बढ़ती कीमतों को कम करने में मदद मिलेगी।
आसमान छू रही टिकट की कीमतें : कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर भारत की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और अन्य निर्यातक देश कीमतों में बढ़ोतरी पर काबू पाने के लिए जिम्मेदार हैं। कोरोना वायरस की तीसरी लहर के डर से भारत ने अभी तक अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल फ्लाइट्स को पूरी तरह से शुरू नहीं किया है, जिसकी वजह से कीमतें आसमानों को छू रही हैं। दिवाली पर यूएई से भारत का किराया करीब Dh5,000 था। अगस्त में यूएई से भारत का औसतन किराया लगभग Dh450 था जो हाल के हफ्तों में दोगुने से भी ज्यादा हो चुका है।
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