भाभा विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में बी. एड.एवं एम. एड. अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिये दिनांक ९ /जून /२०२२ को डी-कोपेज आर्ट की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। फेवीक्रिल पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड में कार्यरत फेविक्रिल ट्रेनिंग एक्सपर्ट नेहा अवस्थी ने बताया की डी-कोपेज एक फ्रेंच आर्ट है जिसमे टिश्यू पेपर को लेयर्स में चिपका कर किसी भी वस्तु को नया रूप दिया जा सकता है। वैसे तो यह आर्ट कांच,मेटल और वुडेन सरफेस पर किया जाता है पर आजकल यह हैंडबैग व लेदर आइटम पर भी किया जाने लगा है।
विद्यार्थियों ने डी-कोपेज आर्ट को कांच की बोतलों पर बनाया। ट्रेनिंग एक्सपर्ट नेहा अवस्थी ने बताया की डी-कोपेज टिश्यू को बोतल या जिस सरफेस पर आर्ट वर्क कर रहे है उस पर बैंडेज के तरह खींचते हुए लगाए तो यह बिलकुल किसी पेंट की तरह नज़र आती है। शिक्षकों ने भी इस वर्कशॉप में भाग लिया। इस अवसर पर विभाग की डायरेक्टर डॉ. दीपा बक्शी एवं डीन डॉ. कविता पडेगावकर ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। विभाग की डॉ. लता मालवीय द्वारा आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर श्वेता सनोडिया एवं सारिका गोरे भी उपस्तिथ थी।