ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पिछले सप्ताह एक पत्र मीडिया को लीक किये जाने से नाराज बताये जाते हैं जिसमें दावा किया गया है कि उनके चांसलर ऋषि सुनक ने निर्धारित समीक्षा से पहले अंतरराष्ट्रीय कोविड-19 यात्रा नियमों में ढील के वास्ते दबाव डालने के लिए इसे लिखा था।
इस प्रतिक्रिया से पहले मीडिया में खबर आयी थी कि भारतीय मूल के वित्त मंत्री ने अपने बॉस को पत्र लिखा था और उनसे कोरोना वायरस पाबंदियों में काफी ढील देने की दरख्वास्त की थी। मंत्री का कहना था कि ये पाबंदियां अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान पहुंचा रही हैं।
पिछले रविवार को इस पत्र के आधार पर खबर देने वाले संडे टाईम्स के अनुसार बताया जाता है कि जॉनसन बहुत नाराज हो गये और उन्होंने यहां तक कह डाला कि सुनक को पदावनति करके वित्त मंत्रालय से स्वास्थ्य मंत्रालय भेजा जा सकता है। खबर में कहा गया है, ‘‘ समस्या यह थी कि जॉनसन को जब तक इस पत्र के बारे में पता चला, तब तक उसका ब्योरा मीडिया में सामने आ चुका था।’’
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ शायद इस बार हम ऋषि को अगले स्वास्थ्य मंत्री के रूप में देखें। वह वहां बहुत अच्छा काम कर सकते हैं। ’’सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि चांसलर को मंत्रिमंडल में अगले फेरदबल में पदावनत किया जा सकता है। हालांकि डाउनिंग स्ट्रीट ने ‘‘निजी बातचीत’’ के बारे में कुछ कहने से इनकार किया लेकिन ऋषि के करीबियों ने कहा कि वह कोविड से प्रभावित ब्रिटिश अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी जिम्मेदारी पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे।