लंदन: ब्रिटेन के एक सांसद ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के विरोधियों को ब्लैकमेल कर रही है। इस सांसद ने कहा कि वह अपने आरोप को पुलिस तक ले जाएंगे। सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद विलियम व्रैग ने कहा कि जॉनसन के नेतृत्व को चुनौती देने की अपील कर रहे सांसदों को धमकाया जा रहा है जो ब्लैकमेल करने के बरबार है। व्रैग ने आरोप लगाया कि विरोधी सांसदों को उनके निर्वाचन क्षेत्र के लिए निर्धारित राशि में कटौती करने की धमकी दी जा रही है और उनके बारे में शर्मनाक बातें लीक होकर प्रेस में आ रही हैं।
पीएम जॉनसन बोले- कोई सबूत नहीं : वहीं, प्रधानमंत्री जॉनसन ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि व्रैग के दावे का समर्थन करने का कोई सबूत नहीं है। व्रैग ने शनिवार को टेलीग्राफ न्यूजपेपर से कहा था कि वह अगले हफ्ते की शुरुआत में पुलिस से मिलकर अपने धमकी और बाधा डालने से संबंधित दावे पर चर्चा करेंगे। ऐसे में सत्ताधारी पार्टी के बीच नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विवाद बढ़ता नजर आ रहा है। अगर पार्टी में फूट पड़ती है तब भी पीएम जॉनसन की कुर्सी के लिए खतरा उतना ही ज्यादा बना रहेगा।
पुलिस का दावा- शिकायत आएगी तो जांच करेंगे : मीडिया से बातचीत में पीएम जॉनसन ने कहा कि मैंने जो कुछ भी कहा उस पर कायम हूं, मेरे रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा। लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस फोर्स ने कहा कि यदि कोई आपराधिक मामला दर्ज कराया जाता है, तो इसे विचार के लिए स्वीकार किया जाएगा। हालांकि, इस मामले को लेकर पुलिस के पास अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है।
लॉकडाउन में पार्टी कर फंसे हैं पीएम जॉनसन : ब्रिटेन में लॉकडाउन का उल्लंघन करके पार्टी का आयोजन करने के आरोपों के कारण प्रधानमंत्री जॉनसन फिलहाल राजनीतिक संकट से जूझ रहे हैं। यह पार्टी तब की गई थी, जब पूरे ब्रिटेन में कोरोना वायरस संबंधी पाबंदियां लागू थीं। कंजर्वेटिव पार्टी के व्रैग समेत मुठ्ठीभर सांसदों ने प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है, जबकि अन्य सांसद सू ग्रे की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। ग्रे एक वरिष्ठ नौकरशाह हैं जिन्हें पार्टीगेट मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। माना जा रहा है कि ग्रे की रिपोर्ट अगले हफ्ते तक प्रकाशित हो जाएगी।
जॉनसन के समर्थक नेता छोड़ रहे पार्टी : कंजर्वेटिव पार्टी छोड़कर बुधवार को विपक्षी लेबर पार्टी में शामिल होने वाले सांसद क्रिश्चियन वेकफोर्ड ने कहा कि उनसे कहा गया था कि यदि उन्होंने खास तरीके से मतदान नहीं किया, तो उनके निर्वाचन क्षेत्र में नए हाईस्कूल के लिए पैसा नहीं दिया जाएगा। लेबर पार्टी के सांसद और निचले सदन की स्टैंडर्ड समिति के अध्यक्ष क्रिस ब्रयंट ने कहा कि ये दावे खास तरह की अमेरिकी शैली वाली पक्षपातपूर्ण राजनीति के अवशेष हैं। ब्रयंट ने कहा कि वह चाहते हैं कि सांसद बिना किसी डर और पक्षपात के काम करें।
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