ग्लोबल टाइम्स ने जहर उगलते हुए लिखा कि बुधवार को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में भारत के रक्षा प्रमुख की मौत ने न केवल भारतीय सेना के अनुशासन और युद्ध की तैयारियों की कमी को उजागर किया, बल्कि देश के सैन्य आधुनिकीकरण को भी भारी झटका दिया।
भारत के पहले चीफ ऑफ स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के निधन पर चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने बेशर्म बयानबाजी शुरू कर दी है। ग्लोबल टाइम्स ने सीडीएस जनरल रावत के हेलिकॉप्टर के क्रैश होने की घटना को भारतीय सेना की खामियां करार दिया है। इतना ही नहीं, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस सरकारी भोपू ने जनरल रावत को चीन विरोधी बताया है। ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि उनके निधन से भारतीय सेना के आधुनिकीकरण को तगड़ा झटका लगा है।
चीनी अखबार ने दुर्घटना को सेना के अनुशासन से जोड़ा : ग्लोबल टाइम्स ने जहर उगलते हुए लिखा कि बुधवार को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में भारत के रक्षा प्रमुख की मौत ने न केवल भारतीय सेना के अनुशासन और युद्ध की तैयारियों की कमी को उजागर किया, बल्कि देश के सैन्य आधुनिकीकरण को भी भारी झटका दिया। अखबार ने विश्लेषकों के हवाले से लिखा कि चीन विरोधी शीर्ष रक्षा अधिकारी के चले जाने के बावजूद दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में चीन के प्रति भारत के आक्रामक रुख में बदलाव की संभावना नहीं है।
बुधवार को कुन्नूर के पास दुर्घटना का शिकार हुआ था हेलिकॉप्टर : बुधवार को भारतीय वायु सेना का एक Mi-17V5 हेलीकॉप्टर बुधवार को दक्षिण भारत के कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हेलिकॉप्टर में सीडीएस जनरल रावत के अलावा उनकी पत्नी और सेना के 11 अन्य अधिकारी और जवान सवार थे। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि एकमात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आर्मी के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ग्लोबल टाइम्स ने दुर्घटना को बताया मानवीय गलती : ग्लोबल टाइम्स ने विश्लेषकों के हवाला देते हुए दावा किया कि दुर्घटना के सभी संभावित कारण रूसी मूल के हेलीकॉप्टर के बजाय मानवीय कारकों की ओर इशारा करते हैं। अखबार ने दलील दी कि एमआई -17 सीरीज के हेलिकॉप्टरों का व्यापक रूप से अन्य देशों द्वारा उपयोग किया जाता है। बीजिंग स्थित सैन्य विशेषज्ञ वेई डोंगक्सू ने गुरुवार को ग्लोबल टाइम्स को बताया कि Mi-17V5, Mi-17 का एक उन्नत संस्करण है। यह अधिक शक्तिशाली इंजन और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से लैस है, जो इसे अधिक विश्वसनीय बनाता है।
बोला- लॉजिस्टिक सपोर्ट और मेंटिनेंस की समस्या होगी : वेई डोंगक्सू ने यह भी कहा कि हालांकि, भारतीय सेना कई प्रकार के हेलीकॉप्टरों का संचालन करती है, जिनमें घरेलू रूप से विकसित हेलिकॉप्टर, दूसरे देशों से ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी से भारत में बनाए गए हेलिकॉप्टर, अमेरिका और रूस से खरीदे गए हेलिकॉप्टर शामिल हैं। इस कारण हेलिकॉप्टर में लॉजिस्टिक सपोर्ट और मेंटिनेंस की समस्या होगी।
चीन के सरकारी भोपू ने भारतीय सेना पर लगाए झूठे आरोप : ग्लोबल टाइम्स ने अज्ञात रक्षा विशेषज्ञ का हवाला देते हुए चीनी सेना की ढीली और अनुशासनहीन सैन्य संस्कृति को भारत के मत्थे मढ़ने की कोशिश की। ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि भारतीय सैनिक अक्सर मानक संचालन प्रक्रियाओं और नियमों का पालन नहीं करते हैं। जबकि, सच्चाई यह है कि चीनी सैनिक खुद ही नियमों को नहीं मानते। उनके देश की सरकार तक अंतरराष्ट्रीय नियमों और कानूनों को ताक पर रखती आई है तो चीनी सेना से क्या अपेक्षा की जा सकती है।