यूक्रेन युद्ध के बीच रूस से तेल खरीदने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के भारत की आलोचना का भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करारा जवाब दिया है। अमेरिका के दौरे पर पहुंचे जयशंकर ने सोमवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत रूस से जितना तेल एक महीने में खरीदता है, उतना यूरोपीय देश एक दिन के दोपहर तक में खरीद लेते हैं। इससे पहले बाइडन ने कहा था कि रूस से तेल खरीद को बढ़ाना भारत के हित में नहीं है। बाइडन भारत को रूस से सस्ता तेल नहीं खरीदने पर ज्ञान दे रहे हैं लेकिन अपने यूरोपीय मित्र देशों से ऊर्जा के आयात पर चुप्पी साधे हुए हैं।
जयशंकर ने रूस से भारत के तेल आयात पर कहा, ‘अगर आप (भारत के) रूस से तेल खरीदने का जिक्र कर रहे हैं तो मैं आपको सुझाव दूंगा कि आपका ध्यान यूरोप की ओर होना चाहिए। हम अपनी ऊर्जा सुरक्षा के लिए कुछ ऊर्जा खरीदते हैं। लेकिन अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो मुझे लगता है कि हमारी तेल खरीद जितनी एक महीने में होती है, वह यूरोप जितना किसी दिन में दोपहर तक खरीदता है, उससे कम होगा।’ इससे पहले बाइडन ने पीएम मोदी के साथ वर्चुअल मुलाकात के दौरान रूस के साथ तेल आयात के मुद्दे को उठाया था।
‘रूस से तेल की खरीद बढ़ाना भारत के हित में नहीं’ : बाइडन ने सोमवार को पीएम मोदी से कहा कि रूस से तेल की खरीद बढ़ाना भारत के हित में नहीं है। बाइडन ने आश्वासन दिया कि अमेरिका ऊर्जा आयात में और विविधता लाने में भारत की मदद करने को तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय वाइट हाउस ने यह जानकारी दी है। वाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने पीएम मोदी के साथ हुई बैठक के दौरान यह टिप्पणी की। जेन साकी ने पीएम मोदी-बाइडन वार्ता के तुरंत बाद पत्रकारों से कहा कि वार्ता रचनात्मक रही और भारत के साथ संबंध अमेरिका और राष्ट्रपति बाइडन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
इस वर्चुअल बैठक बाइडन ने कहा कि रूस से अपने तेल आयात में तेजी लाना या इसे बढ़ाना भारत के हित में नहीं है। बता दें कि अभी भारत अपनी जरूरत का एक से दो फीसदी तेल रूस से जबकि 10 फीसदी तेल अमेरिका से आयात करता है। भारत अमेरिका का सबसे बड़ा ऊर्जा बाजार है। प्रवक्ता साकी ने कहा कि अमेरिका ऊर्जा संसाधनों में और विविधता लाने में भारत की मदद करने के लिए तैयार है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भारत का रूस से तेल और गैस खरीदना किसी भी प्रतिबंध का उल्लंघन नहीं है।
पुतिन और जेलेंस्की में हो सीधी बातचीत: पीएम मोदी : बाइडन ने कहा कि बाइडन ने पीएम मोदी से कहा कि यूक्रेन में रूस के युद्ध के ‘अस्थिर करने वाले प्रभावों’ से निपटने के लिए अमेरिका और भारत सलाह-मशविरा करना जारी रखेंगे। वहीं मोदी ने संकट के समाधान के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच सीधी वार्ता की जरूरत पर बल दिया। मोदी ने बूचा शहर में निर्दोष नागरिकों की हत्या की हालिया खबरों को ‘बहुत चिंताजनक’ बताया और कहा कि भारत ने तुरंत इसकी निंदा की तथा निष्पक्ष जांच की मांग की। प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन और रूस दोनों के राष्ट्रपतियों के साथ फोन पर हुई बातचीत का भी जिक्र किया।