तोक्यो ओलिंपिक में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन से निराश प्रधानमंत्री इमरान खान वीडियो शेयर कर अवाम का हौसला बढ़ा रहे हैं। रविवार को ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में जहां दुनियाभर के पदक विजेता खिलाड़ी अपनी खुशी का इजहार कर रहे थे, वहीं इमरान खान ट्विटर पर अपने फॉलोअर्स को हार न मानने की सीख दे रहे थे। उन्होंने अवाम का हौसला बढ़ाने के लिए टिकटॉक का एक वीडियो भी शेयर किया है।
इमरान खान ने ट्वीट में क्या लिखा? : इमरान खान ने अपने ट्वीट के कैप्शन में लिखा कि मैं चाहता हूं कि पाकिस्तान के युवा इस दौड़ देखें और सबसे महत्वपूर्ण सबक सीखें जो खेल ने मुझे सिखाया: आप केवल तभी हारते हैं जब आप हार मान लेते हैं। उनके इस वीडियो को 5 लाख से ज्यादा बार देखा गया है। इस वीडियो में रेस के दौरान एक महिला धावक दूसरे से टकराकर गिर जाती है। लेकिन, वह हार न मानते हुए फिर से दौड़ती है और उस रेस को जीत लेती है।
तोक्यो ओलिंपिक में कैसा रहा पाकिस्तान का प्रदर्शन? : इस बार भी ओलिंपिक के दौरान पाकिस्तान का खाता नहीं खुल पाया। हालांकि, पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम इस बार जेवलिन थ्रो के फाइलन में जरूर पहुंचे थे। इमरान खान ने उनकी जीत को लेकर ट्वीट भी किया था, लेकिन वह तीन राउंड के खेल के बाद पांचवे स्थान पर रहे। इस स्पर्धा में भारत के नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता था।
तीन दशक से मेडल नहीं जीता पाकिस्तान : तोक्यो ओलिंपिक में पाकिस्तान का 22 सदस्यीय दल गया था, जिसमें 10 एथलीट और 12 अधिकारी थे। रियो ओलिंपिक में 7 ऐथलीटों ने क्वॉलिफाइ किया था। पाकिस्तान लगभग तीन दशकों से पदक जीतने का इंतजार कर रहा है। आखिरी बार 1992 में बार्सिलोना ओलिंपिक में हॉकी में ब्रॉन्ड मेडल आया था। तब पाकिस्तान की टीम तीसरे नंबर पर रही थी। पाकिस्तान के लिए आखिरी व्यक्तिगत मेडल मुक्केबाज हुसैन शाह पदक लाए थे, 1988 के बाद से यह सूखा भी खत्म नहीं हुआ है।
ओलिंपिक में पाकिस्तान का प्रदर्शन जानिए : 2012 लंदन ओलिंपिक में पाकिस्तान के 21 ऐथलीटों ने हिस्सा लिया था, जबकि सबसे अधिक 1956 मेलबर्न ओलिंपिक में 62 ऐथलीटों ने क्वॉलिफाई किया था। रोचक बात यह है कि ओलिंपिक में पाकिस्तान के नाम कुल मिलाकर 10 मेडल ही हैं। इसमें 3 गोल्ड, 3 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।