पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों पर कट्टरपंथियों के हमलों के बाद अब चोरों की भी निगाह टिक गई है। धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम सिंध प्रांत के कोटरी के एक प्राचीन हिंदू मंदिर में भीषण चोरी हुई है। बताया जा रहा है कि चोरों ने देवी-देवताओं की मूर्तियों पर से चांदी के तीन हार और दान पात्र में रखा कैश चुरा लिया। सिंध पुलिस ने मंदिर के कार्यवाहक पुजारी भगवानदास की तहरीर पर अज्ञात चोरों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री तक पहुंची बात : सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री के कार्यालय ने भी बयान जारी कर बताया है कि मुख्यमंत्री मुराद अली शाह को घटना के बारे में जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि चोरों ने मंदिर की छत के रास्ते प्रवेश किया। जिसके बाद से उन्होंने मूर्तियों पर सजाए गए हार को चुरा लिया। सभी मूर्तियां कांच की फ्रेम में रखी गई थीं। पुजारी ने बताया कि हार का वजन 10 तोले से ज्यादा था।
चांदी के तीन हार और 25 हजार कैश ले गए चोर : पुजारी की तहरीर में मंदिर से चांदी के तीन हार और 25,000 रुपये नकदी के चोरी का जिक्र है। स्थानी एसएसपी जावेद बलूच ने कहा कि मंदिर प्रबंधन को उस इलाके के किसी व्यक्ति पर शक था जहां मंदिर स्थित है। उन्होंने चोरी के दौरान संदिग्धों के देवताओं या मंदिर को अपवित्र करने की खबरों का खंडन किया।
पाकिस्तान के अल्पसंख्यक नेताओं ने जताया गुस्सा : इस बीच, पाकिस्तान के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष चेला राम केवलानी और सिंध के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ज्ञानचंद एसरानी ने एसएसपी को प्राथमिकी दर्ज करने और दोषियों को न्याय दिलाने का आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना ऐसे समय हुई है जब हिंदू समुदाय दिवाली त्योहार को मनाने की तैयारियां कर रहा है। उन्होंने इस घटना को असहनीय बताते हुए पुलिस को जिले के मंदिरों की सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश दिया।
पहले भी हो चुकी है चोरी की घटना : कोटरी के किसी मंदिर में चोरी की यह पहली घटना नहीं है। इस साल जनवरी में चोरों ने गुरु वाल्मिकी मंदिर से सोने के जेवर और लाखों रुपये का एक मुकुट चुरा लिया था। कोटरी थाना पुलिस ने उस समय अज्ञात चोरों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया था। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।