चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के नेताओं ने पहली बार सोमवार को परमाणु युद्ध छिड़ने से रोकने और हथियारों की दौड़ से बचने पर एक संयुक्त बयान जारी किया और साथ ही एक-दूसरे पर परमाणु हथियारों का उपयोग न करने का संकल्प जताया।
पांच देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा कि वे मानते हैं कि परमाणु हथियारों से संपन्न देशों के बीच युद्ध से बचना और सामरिक खतरे कम करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि परमाणु युद्ध में कभी जीत नहीं हो सकती है और इसे कभी नहीं लड़ना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के दूरगामी नतीजे होंगे तो हम यह भी संकल्प जताते हैं कि परमाणु हथियारों को रखने का मकसद रक्षात्मक उद्देश्य, आक्रमण को रोकने और युद्ध रोकने के लिए होना चाहिए।’’
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य इन पांच देशों ने कहा कि उनका दृढ़ता से मानना है कि ऐसे हथियारों का प्रसार रोका जाना चाहिए।