पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के एक नेता ने कहा कि उम्मीद है, पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा में सऊदी अरब और चीन जा सकते हैं। परंपरागत रूप से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की पहली विदेश यात्रा अक्सर दोनों देशों के साथ देश के रणनीतिक संबंधों के कारण सऊदी अरब और चीन की होती है।
सूत्रों के मुताबिक, सऊदी अरब की अपनी यात्रा के दौरान शहबाज शरीफ उमराह करेंगे और सऊदी नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। शरीफ परिवार सऊदी शाही परिवार के साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध रखता है। क्योंकि अक्टूबर 1999 के तख्तापलट के बाद नवाज शरीफ को देश से सुरक्षित निकलना सुनिश्चित करने में केंद्रीय भूमिका निभाई थी। सऊदी अरब ने अतीत में पाकिस्तानी सरकारों को लगातार वित्तीय खैरात पैकेज दिए थे।
शहबाज शरीफा ने सीपीईसी को दिया बढ़ावा : रियाद ने भी पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार को 6 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज दिया था। सऊदी दौरे के बाद शरीफ के चीन जाने की भी संभावना है। प्रधानमंत्री को उनके प्रशासनिक गुणों के कारण चीनी नेतृत्व के बीच अच्छी प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पीएमएल-एन कार्यकाल के दौरान शरीफ ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) परियोजनाओं को गति देने में केंद्रीय भूमिका निभाई थी।
चीन की सरकारी मीडिया ने किया शहबाज का स्वागत : इस बीच, चीन के सरकारी मीडिया ने शरीफ के चुनाव का स्वागत किया है और कहा है कि उनके परिवार के चीन के साथ पिछले जुड़ाव को देखते हुए नए प्रधानमंत्री इमरान खान की तुलना में पाकिस्तान-चीन संबंध बेहतर रहेगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ देश की राजनीतिक व्यवस्था में हुई उथल-पुथल और बार-बार हुए आंदोलनों के बाद सत्ता में आए हैं। शरीफ के देश के प्रधानमंत्री बनने का जश्न राजनीतिक और आर्थिक रूप से संकट में घिरे देश में कम होता देखा जा रहा है। हालांकि उनका जगह-जगह स्वागत भी हो रहा है।