उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने नए साल पर एक बार फिर से किलर मिसाइल का परीक्षण करके कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव को भड़का दिया है। उत्तर कोरिया ने जापान सागर में इस किलर मिसाइल का परीक्षण किया है। जापान और दक्षिण कोरिया दोनों ने ही इस मिसाइल परीक्षण की पुष्टि की है। जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह एक बलिस्टिक मिसाइल थी।
दक्षिण कोरिया ने भी अपने पूर्वी तट पर परीक्षण की पुष्टि की है लेकिन उसने यह नहीं बताया कि यह मिसाइल थी या कुछ और। इससे पहले अक्टूबर महीने में उत्तर कोरिया ने आखिरी बार अपना मिसाइल परीक्षण किया था। उत्तर कोरिया ने अपनी सबमरीन से दागे जाने वाली मिसाइल का परीक्षण किया था। जापान के पीएम फूमिओ किशिदा ने उत्तर कोरिया के ताजा मिसाइल टेस्ट की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि हम यह पता लगा रहे हैं कि मिसाइल कहीं जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में तो नहीं गिरी।
उत्तर कोरिया इस समय भुखमरी के दौर से गुजर रहा : किशिदा ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि उत्तर कोरिया पिछले साल से ही मिसाइल का परीक्षण कर रहा है। इससे पहले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने शासन के 10 साल पूरा होने के मौके पर देश को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने परमाणु बम और अमेरिका की तुलना में ट्रैक्टर के कारखानों और स्कूल ड्रेस का अधिक जिक्र किया। ऐसा पहली बार देखा गया है जब किम जोंग ने हथियारों और सेना को मजबूत करने के बजाए देश के विकास से जुड़ी बातें की है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया इस समय भुखमरी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में किम जोंग अपनी जनता को इस मुश्किल वक्त से निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
आर्थिक विकास पर किम जोंग उन का ज्यादा जोर : कोरिया की वर्कर्स पार्टी (WPK) की 8 वीं केंद्रीय समिति की चौथी पूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए किम जोंग उन ने कहा कि 2022 के लिए उत्तर कोरिया का मुख्य लक्ष्य आर्थिक विकास शुरू करना और लोगों के जीवन में सुधार करना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि लोग ‘जीवन और मौत के बीच संघर्ष’ का सामना कर रहे हैं। 2011 में अपने पिता की मृत्यु के बाद से किम जोंग उन उत्तर कोरिया की बागडोर संभाले हुए हैं।
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