ऋषभ पंत से मिले एक जीवनदान के बाद क्विंटन डि कॉक (78) की तूफानी फिफ्टी और यानेमन मलान (91) की धैर्यभरी पारी के दम पर साउथ अफ्रीका ने भारत को दूसरे वनडे में 7 विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 6 विकेट पर 287 रन बनाए थे। जवाब में साउथ अफ्रीका ने 3 विकेट के नुकसान पर 48.1 ओवरों में 288 रन बनाते हुए जीत दर्ज की। इसके साथ ही उसने 3 मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 की निर्णायक बढ़त ले ली है।
लक्ष्य का पीछा करते हुए क्विंटन डि कॉक ने एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका को आक्रामक शुरुआत दिलायी। उन्होंने पहले ओवर में जसप्रीत बुमराह (37 रन पर एक विकेट) के खिलाफ चौका और फिर दूसरे ओवर में भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ दो चौके और एक छक्का लगाकर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। भुवनेश्वर ने अपने पहले ओवर में ही 16 रन लुटा दिए। रविचंद्रन अश्विन ने पारी का छठा ओवर मेडन डाला और फिर अपने दूसरे ओवर में डि कॉक को फंसाने में सफल हुए लेकिन विकेटकीपर ऋषभ पंत ने स्टंपिंग का आसान मौका छोड़ दिया।
डि कॉक ने अगली ही गेंद पर छक्का लगाकर भारतीय टीम के जले पर नमक छिड़का। डि कॉक ने 12वें ओवर में पहली गेंद पर एक रन लेकर 36 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 16वें ओवर में भुवनेश्वर के खिलाफ चौका और फिर अपना तीसरा छक्का लगाकर टीम के रनों का शतक पूरा किया। इस बीच संभल कर बल्लेबाजी कर रहे मलान ने 22वें ओवर में शार्दुल ठाकुर (35 रन पर एक विकेट) की गेंद पर एक रन एक रन लेकर 66 गेंद में करियर का तीसरा अर्धशतक पूरा किया। ठाकुर ने अगली ही गेंद पर डि कॉक को पगबाधा कर भारत को पहली सफलता दिलायी।
मैदानी अंपायर ने भारत की अपील को नकार दिया थ लेकिन रिव्यू के बाद उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा। डि कॉक ने 66 गेंद में सात चौके और तीन छक्के की मदद से 78 रन बनाए। इस विकेट के गिरने का दक्षिण अफ्रीका पर कोई असर नहीं पड़ा। मलान और उनका साथ देने आए कप्तान तेम्बा बावुमा ने एक-एक, दो-दो रन के लिए दौड़ने के साथ बीच-बीच में गेंद को सीमा रेखा के पास भेजना जारी रखा। दोनों ने 34 वें ओवर में शार्दुल ठाकुर के खिलाफ तीन चौकों की मदद से 14 रन बनाए। इसी ओवर में टीम के 200 रन पूरे हुए।
बुमराह ने अगले ही ओवर में मलान को पवेलियन की राह दिखायी। मलान बुमराह की धीमी गेंद को पढ़ने में नाकाम रहे और गेंद उनके ग्लव्स को छूते हुए विकेट से टकरा गयी। उन्होंने 108 गेंद में 91 रन बनाए। युजवेंद्र चहल (47 रन पर एक विकेट) ने अगले ही ओवर में अपनी ही गेंद पर कैच पकड़कर बावुमा की 36 गेंद में 35 रन की पारी को खत्म किया। उन्होंने इस दौरान तीन चौके लगाए। लगातार दो विकेट गिरने के बाद भी दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने आक्रामक रवैया बरकरार रखा। पिछले मैच में नाबाद शतक लगाने वाले रासी वान डर डुसेन (नाबाद 37) और एडेन मार्करम (नाबाद 37) ने चौथे विकेट के लिए 74 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को आसान जीत दिला दी।
भारतीय गेंदबाज एक बार फिर प्रभावित करने में नाकाम रहे। भुवनेश्वर ने आठ ओवर में 67 जबकि अश्विन ने 10 ओवर में 68 रन लुटाए। इससे पहले टॉस जीतने के बाद पंत और कप्तान केएल राहुल (79 गेंदों में 55 रन) ने 19 ओवर से भी कम में 115 रन की साझेदारी की। इस दौरान पंत ज्यादा आक्रामक रहे और उन्होंने मध्यम गति के गेंदबाजों और स्पिनरों के खिलाफ सहजता से रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने हालांकि बीच के ओवरों में दोनों के विकेट जल्दी जल्दी लेकर बोलैंड पार्क में वापसी की क्योंकि नए बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान नहीं था।
श्रेयस अय्यर (14 गेंदों में 11 रन) और वेंकटेश अय्यर (33 गेंदों में 22 रन) रन बनाने के लिए जूझते दिखे। पंत हालांकि एकदिवसीय अपना पहला शतक लगाने से चूक गए लेकिन पिछले मैच में नाबाद अर्धशतक लगाने वाले ठाकुर (38 गेंद में नाबाद 40) ने अश्विन (24 गेंद में नाबाद 25 रन) के साथ 6.1 ओवर में 48 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया। राहुल एक छोर पर संभल कर बल्लेबाजी कर रहे थे तो वहीं दूसरे छोर पर शिखर धवन (38 गेंद में 29 रन) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके।
एडेन मार्करम (34 रन पर एक विकेट) ने धवन को आउट कर एक बार फिर भारतीय सलामी साझेदारी को तोड़ा। धवन और राहुल ने 63 रन की साझेदारी की। इसके बाद पूर्व कप्तान विराट कोहली बिना खाता खोले ही केशव महाराज की गेंद पर पदार्पण कर रहे सिसांदा मगाला को आसान कैच थमा बैठे। पंत ने क्रीज पर थोड़ा समय बिताने के बाद दक्षिण अफ्रीका के बाएं हाथ के दोनों स्पिनरों महाराज (52 रन पर एक विकेट) और तबरेज शम्सी (57 रन पर दो विकेट) के खिलाफ असानी से बड़े शॉट लगाए।
उन्होंने अपनी पारी 10 चौके और दो छक्के जड़े। शम्सी की गेंद पर एक और बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में उन्होंने मिड ऑन में मार्करम को कैच दे दिया। इससे थोड़ा पहले मगाला (64 रन पर एक विकेट) ने कप्तान राहुल को पवेलियन भेजा। मगाला और फेहलुकवायो (44 रन पर एक विकेट) ने 33वें से 44वें ओवर तक भारतीय बल्लेबाजों को खुल कर नहीं खेलने दिया लेकिन ठाकुर और अश्विन ने समझदारी से बल्लेबाजी करते हुए टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया। श्रृंखला का तीसरा मैच 23 जनवरी को खेला जाएगा।