भारत 2018 के बाद पहली बार दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला खेलेगा। टीम को उस दौरे में शानदार प्रदर्शन के बाद भी 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। साउथ अफ्रीकी टीम में तब एबी डिविलियर्स, डेल स्टेन, फाफ डु प्लेसिस, हाशिम अमला और वर्नोन फिलेंडर जैसे अनुभवी खिलाड़ी थे, लेकिन मौजूदा टीम में उनमें से कोई भी नहीं है।
बुमराह ने साउथ अफ्रीका में किया था डेब्यू : दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर का मानना है कि विदेशी हालातों में भारतीय आक्रमण में काफी सुधार हुआ है और जसप्रीत बुमराह उनके घरेलू माहौल में तेज गेंदबाजों की मददगार पिचों का फायदा उठाने में सक्षम है। बुमराह ने उस श्रृंखला में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और अब वह इंटरनेशनल क्रिकेट में टॉप बोलर्स में से एक हैं।
बुमराह को बताया वर्ल्ड क्लास बोलर : एल्गर ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में बुमराह के खतरनाक को मानते हुए कहा कि उनकी टीम के लिए पूरी भारतीय आक्रमण का सामना करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, ‘वह (बुमराह) विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं। अगर कोई एक गेंदबाज है जो दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों का अच्छी तरह से फायदा उठा सकता है, तो वह बुमराह ही होगा, लेकिन हम एक खिलाड़ी पर पर ध्यान केंद्रित नहीं करते। समग्र रूप से भारत एक मजबूत टीम है।’
नॉर्किया टेस्ट सीरीज से बाहर : दक्षिण अफ्रीका को श्रृंखला के शुरुआती मैच से पहले बड़ा झटका लगा है। उनके मुख्य गेंदबाज एनरिक नॉर्किया चोट के कारण बाहर हो गए हैं। कागिसो रबाडा, डुआने ओलिवर के साथ गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व करेंगे । वह ब्रिटेन के साथ कोलपैक करार की समाप्ति के बाद दक्षिण अफ्रीका के लिए खेलने के लिए लौट आए हैं। टीम में लुंगी एनगिडी भी होंगे।
कमजोर लग रही साउथ अफ्रीका की बैटिंग : टीम की बल्लेबाजी क्रम में अनुभवहीनता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘पेशेवर क्रिकेट आपके लिए मौके को भुनाने के बारे में है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो दूसरे खिलाड़ी जगह लेने के लिए तैयार है। लेकिन दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम के खिलाफ खेलना हमेशा कठिन होता है। उनके पास बहुत मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है और हम इससे वाकिफ हैं।’