जर्मनी के संसदीय चुनाव में कांटे की टक्कर के बाद मध्य-वामपंथी दल सोशल डेमोक्रेट्स (SPD) ने बढ़त बना ली है और पार्टी धीरे-धीरे जीत की ओर बढ़ रही है। चुनाव परिणामों से जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल को बड़ा झटका लगता दिख रहा है। करीब 16 साल तक जर्मन चांसलर के पद पर आसीन रहने के बाद अब एंजेला मर्केल की पार्टी मध्य-दक्षिणपंथी दल यूनियन ब्लॉक हार की ओर बढ़ रही है।
एंजेला मर्केल के उत्तराधिकारी आर्मिन लासचेट अब भी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं लेकिन उनकी पार्टी यूनियन ब्लॉक ने इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन किया है। उधर, विपक्षी एसपीडी ने चुनाव परिणामों में अब तक हल्की सी बढ़त बनाई है लेकिन अभी तक सभी परिणाम नहीं आए हैं। एसपीडी के नेता ओलाफ शोल्ज़ ने कहा है कि पार्टी को शासन करने के लिए पूर्ण बहुमत मिला है।
क्रिसमस तक पद पर बने रह सकती हैं एंजेला मर्केल : एक्जिट पोल में कांटे की टक्कर बताया गया था लेकिन चुनाव परिणाम शुरू से ही अप्रत्याशित रहे हैं। हालांकि अभी एक चीज स्पष्ट है कि एंजेला मर्केल अभी गठबंधन बनने तक अपने पद पर रह सकती हैं और ऐसा क्रिसमस तक चल सकता है। एंजेला मर्केल के उत्तराधिकारी के पास अगले चार साल तक अब यूरोप की इससे सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था को गति देने का जिम्मा होगा। यही नहीं जलवायु परिर्वतन मतदाताओं के एजेंडे में सबसे ऊपर है।
इस बीच सोशल डेमोक्रेट पार्टी के महासचिव लार्स क्लिंगबील ने कहा है कि आम चुनाव के एग्जिट पोल को देखते हुए उनका मानना है कि उनकी पार्टी को सत्तारूढ़ होने के लिए गठबंधन बनाने के वास्ते जनादेश प्राप्त हुआ है। लार्स क्लिंगबील ने रविवार को दो मुख्य टेलीविजन चैनलों पर दिखाए जा रहे एग्जिट पोल के बाद यह बयान दिया था। क्लिंगबील ने कहा कि पार्टी को अब गठबंधन बनाने का अवसर मिला है और उसके शीर्ष उम्मीदवार ओलाफ शोल्ज चांसलर बनेंगे। इस बीच जर्मनी की वर्तमान चांसलर एंजेला मर्केल के यूनियन गुट के महासचिव ने कहा कि एग्जिट पोल के नतीजों से दुख हुआ क्योंकि पार्टी 1949 के बाद से अब तक का सबसे बुरा नतीजा देख रही है।