भारत में कहर बरपाने वाला कोरोना वायरस का डेल्टा वेरियंट अब अमेरिका में भी तेजी से फैल रहा है। इसके अलावा आल्फा और बीटा वेरियंट तो थे ही, अर्जंटीना और चिली में लांब्डा वेरियंट भी वैक्सीन की दोनों खुराक लगवा चुके लोगों को इन्फेक्ट कर रहा है। अब रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि आने वाले वक्त में ऐसे वेरियंट आ सकते हैं जो इनसे भी ज्यादा खतरनाक हों।
‘जंगल की आग की तरह फैलेगा’ : न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे किसी वेरियंट की आशंका बेहद कम है लेकिन नामुमकिन नहीं। एक्सपर्ट्स के हवाले से इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऐसा वेरियंट आने की आशंका बनी हुई है जो वैक्सीन को बेअसर कर दे और ‘जंगल की आग’ की तरह फैलने लगे। डर है कि यह संक्रमित लोगों की संख्या में पुराने सभी रेकॉर्ड्स को ध्वस्त कर देगा।
वैक्सीन हो जाएंगी बेअसर : सिडार्स-सिनाई मेडिकल सेंटर में डायरेक्टर ऑफ मॉलिक्युलर पैथॉलजी के निदेशक एरिक वेल के मुताबिक डेल्टा वेरियंट से ज्यादा संक्रामक वेरिंयट आना नामुमिकन नहीं है। उनका कहना है कि हो सकता है कि आने वाले वक्त में कुछ ऐसा आए जो और तेजी से फैले। इस नए वेरियंट में म्यूटेशन के कारण स्पाइक प्रोटीन बदला तो यह वैक्सीन्स को बेअसर कर देगा। ज्यादातर वैक्सीन स्पाइक प्रोटीन को ही टार्गेट करती हैं और वायरस को न्यूट्रलाइज करती हैं।
वैक्सीन न लगवाने से बढ़ा खतरा : रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि बड़ी संख्या में लोगों के वैक्सीन लगवाने से इनकार करने पर वे कोविड-19 की ‘म्यूटेशन लैब’ बन जाएंगे। डेल्टा वेरियंट की संक्रामकता को देखकर लगता है कि इससे आने वाले महीनों में और ज्यादा खतरनाक वेरियंट आ जाएगा।
यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन की चीफ हेल्थ ऑफिसर और इन्फेक्शियस डिजीज रिसर्चर प्रीति मलानी का कहना है कि अब सिर्फ मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग करने से वायरस से बचना मुश्किल होने वाला है। वैक्सीन्स ही समाधान हैं और इसे न लगवाने से एक बड़ी बाधा खड़ी हो रही है।