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September 19, 2024
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चीन का SH-15 होवित्जर कितना खतरनाक?

पाकिस्तान ने भारत का मुकाबला (India Pakistan War) करने के लिए चीन से एसएच-15 होवित्जर (SH-15 Howitzer Pakistan) को खरीदा है। इस हॉवित्जर को मुख्य रूप से पहाड़ी इलाकों में भारत के साथ लगी सीमा पर तैनात किया जाएगा। चीन में बना यह हथियार 155 एमएम के गोले दाग सकता है। इस होवित्जर (SH-15 Howitzer) को ट्रक की चेचिस पर फिट किया गया है। ऐसे में इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर कम समय में तैनात किया जा सकता है। रिपोर्ट है कि पाकिस्तान ने चीन से 2019 में 236 SH-15 155 mm होवित्जर खरीदने की डील की थी। इसमें से कुछ यूनिट को इसी साल पाकिस्तान को सौंपा गया है। 2018 में भी यह होवित्जर कराची में एक डिफेंस एक्सपो में दिखाई दिया था। यह भी बताया गया था कि पाकिस्तान ने इस होवित्जर की टेस्टिंग भी कराची के पास के पहाड़ी इलाकों में की थी।
चीन का यह नया 155 मिमी ट्रक-माउंटेड होवित्जर पहली बार 2017 में दिखाई दिया था। SH-15 होवित्जर चीन के पुराने SH-1 तोप की डिजाइन पर आधारित है। इसे मुख्य रूप से निर्यात करने के लिए बनाया गया था। अब चीन ने नए SH-15 होवित्जर में कई सुधार किए हैं। SH-15 को चीनी सेना ने 2018 या 2019 में PCL-181 (PCL-181 China) के नाम से अपनी सेना में शामिल किया था। इस होवित्जर को चीन की पुरानी PL-66 फील्ड होवित्जर की जगह तैनात किया गया था। चीन ने पहली बार 2019 में एक सैन्य परेड के दौरान इस ऑपरेशनल होवित्जर को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया था।
53 किमी तक मार कर सकता है यह होवित्जर : PCL-181 होवित्जर की रेंज 53 किलोमीटर बताई जाती है। यह होवित्जर 155 एमएम के नाटो गोला-बारूद के साथ-साथ स्वदेशी गोला-बारूद को भी फायर करने में सक्षम है। इसे ऑपरेट करने के लिए कुल पांच क्रू मेंमर्स की जरूरत होती है। इस हथियार को 6×6 पहियों वाले शानक्सी ट्रक की चेसिस पर फिट किया गया है। इस ट्रक का केबिन बुलेटप्रूफ बनाई गई है। केबिन में लगी खिड़कियां और विंडशील्ड बुलेटप्रूफ हैं। इसके एक ट्रक पर 60 राउंड गोला-बारूद लेकर जाने के लिए चार बॉक्स लगे हुए हैं।
परमाणु गोला दागने में सक्षम है यह हथियार : इस होवित्जर को चीन की सरकारी हथियार निर्माता कंपनी नॉर्दर्न इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन ने बनाया है। कंपनी का दावा है कि इस होवित्जर को पहाड़ी मैदानी और दलदली इलाकों में भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। कई रिपोर्ट्स में तो यहां तक दावा किया गया था कि चीन का यह होवित्जर परमाणु गोले तक दागने में सक्षम है। हालांकि इसकी किसी विश्वसनीय स्रोत से पुष्टि नहीं हो सकी है। पाकिस्तान 1984 से परमाणु हथियारों के छोटे वर्जन को बनने पर काम कर रहा है। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह और स्व-घोषित राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने एक अमेरिकी राजनयिक को बताया था कि पाकिस्तान के पास छोटा परमाणु बम है।
पाकिस्तान ने चीन से खरीदा है वीटी-4 टैंक : पाकिस्तान ने चीन से वीटी-4 टैंको की भी खरीद की है। इस टैंक का निर्माण चीन की सरकारी बख्तरबंद वाहन निर्माता कंपनी नोरिन्को ने किया है। वीटी-4 टैंकों की डिलिवरी पिछले साल अप्रैल से शुरू की गई थी, हालांकि अभी तक इसके कितने यूनिट सौंपे गए हैं, इसको लेकर कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। थाईलैंड और नाइजीरिया के बाद पाकिस्तान तीसरा देश है जिसने चीन से ये टैंक खरीदे हैं। पिछले साल सितंबर में पाकिस्तानी सेना ने बख्तरबंद कोर में शामिल होने के बाद टिल्ला फील्ड फायरिंग रेंज में इस टैंक का टेस्ट किया था।
कितना ताकतवर है चीन का वीटी-4 टैंक : चीन के वीटी-4 मेन बैटल टैंक को एमबीटी-3000 के नाम से भी जाना जाता है। यह चीन के तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है। चीन ने इस टैंक को दूसरे देशों को बेचने के लिए खासतौर पर बनाया है। 52 टन वजनी यह टैंक 10.10 मीटर लंबा और 3.4 मीटर चौड़ा है। इस टैंक को तीन क्रू मेंबर मिलकर चला सकते हैं। जिसमें एक ड्राइवर, दूसरा कमांडर और तीसरा गनर होता है। इसका मुख्य हथियार 125 एमएम की गन है। इसमें टर्बोचार्ज इंजन लगा हुआ है जो टैंक को 1300 हॉर्सपावर की ताकत प्रदान करता है।

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