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September 21, 2024
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खाना खाने में नखरे दिखाता है बच्‍चा, तो आज ही अपना लें ये 7 टिप्‍स

किसी नई चीज को खाने से मना करना, खाने में आनाकानी करना और हमेशा कुछ स्‍पेशल खाने की डिमांड करना, पिकी ईटर कहलाता है। बच्चों में यह ईटिंग डिसऑर्डर बहुत कॉमन है। वैसे तो पिकी ईटर कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन अगर इसकी आदत पड़ जाए, तो बच्चे की ग्रोथ बहुत प्रभावित हो सकती है।
इसमें कोई शक नहीं है कि बच्चे खाना खाने में बहुत आनाकानी करते हैं। उनके सामने परोसे गए भोजन को खत्‍म करवाना, हर माता-पिता के लिए चुनौतीभरा काम है। बच्चे ऐसे नहीं होते कि आप उसे कुछ भी खिला दें। हमेशा बस कुछ खास तरह के फूड उन्हें पसंद होते हैं। खाना ना खाने वाले बच्चे हमेशा माता-पिता के तनाव का कारण बनते हैं। किसी नई चीज को खाने से मना करना, खाने में आनाकानी करना और हमेश स्‍पेशल डिश की डिमांड करना पिकी ईटर कहलाता है। बच्चों में अक्‍सर यह ईटिंग डिसऑर्डर देखा जाता है।
वैसे तो पिकी ईटर कोई बहुत बड़ी समसया नहीं है, लेकिन अगर इसकी आदत पड़ जाए, तो बच्चे की ग्रोथ पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए उनमें बचपन से ही खानपान की अच्छी आदतें डालनी जरूरी हैं। अगर आप ऐसा सोचते हैं कि बच्चे को खाना खिलाने के लिए आप अकेले पापड़ बेलने वाले पेरेंट हैं, तो ऐसा नहीं है। हर माता-पिता के साथ यह समस्या बनी हुई है। अगर आपका बच्चा भी पिकी ईटर है, तो अब भी देर नहीं हुई है। टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक वीडियो में न्‍यूट्रिशियन स्‍पेशलिस्‍ट श्वेता शाह ने कुछ शानदार तरीके बताए हैं, जिन्हें ट्राई करने के बाद आपका बच्चा सब कुछ खाने लगेगा और पिकी ईटर तो बिल्कुल नहीं रहेगा।
​फेवरेट फूड बनाकर न दें : अगर बच्चा फैमिली के साथ बैठकर खाना खाने से मना कर देता है, तो भूलकर भी उसे उसका फेवरेट फूड बनाकर न दें। इससे बच्चे की आदत बिगड़ेगी और वह कुछ भी नई मील या स्नैक्स खाना नहीं सीख पाएगा।
​फैमिली के साथ टेबल पर खाना : अगर आपका बच्चा खाना खाने में आनाकानी करता है, तो सबसे बेस्ट तरीका है कि आप उसे सभी परिवार के सभी सदस्‍यों के साथ बैठकर खाना खाने के लिए कहें। ध्यान रखें कि टेबल पर खाना सर्व होने के बाद वह न तो टीवी देख रहा हो और न ही किसी एक्टिविटी में उसका ध्‍यान हो। उसका ध्यान केवल खाने पर होना चाहिए।
रोज एक ही समय पर खाना परोसें : कोशिश करें कि बच्चे को रोजाना एक ही समय पर खाना परोसें। इससे ये उसकी हैबिट में आ जाएगा और टेबल पर खाने को देखते वक्त उसे खुद ब खुद भूख लगने लगेगी। जब वे भूखे होंगे, तो टेबल पर सर्व किए गए फूड को जरूर ट्राई करेंगे। ऐसे में हर रोज एक नया फूड ऑफर करना अच्छा तरीका है।
​डिनर थीम नाइट प्लान करें : श्‍वेता जी कहती हैं, बच्चों को असल में कुछ हेल्दी, नया और टेस्टी खिलाना चाहते हैं, तो डिनर के लिए रोज एक नई थीम प्लान करें। जैसे किसी दिन मैक्सिकन फूड सर्व करें, तो किसी दिन चाइनीज, इटालियन, इंडियन, साउथ इंडियन, थाई, यूरोपियन जैसी कई थीम आप प्लान कर सकते हैं।
खाने को मनोरंजक बनाएं :बच्चे के लिए खाना अगर बोरिंग काम है, तो क्यों न इसे फनी बनाया जाए। बच्चे को हर रोज आप कुछ कलरफुल और अलग-अलग शेप में फूड आइटम्स सर्व कर सकते हैं। इससे वह खाने को एन्जॉय करना सीख जाएंगे।
हममें से ज्यादातर पैरेंट्स ऐसा करते हैं। एक्सपर्ट श्वेता शाह कहती हैं कि बच्चे पर खाने के लिए कभी दबाव नहीं बनाना चाहिए। न तो उसे कभी सजा दें और न ही किसी चीज का लालच। यह डिनर टेबल पर रोज लड़ाई का कारण बन सकता है।
खाना पकाते समय बच्चों को भी व्यस्त रखें : किचन में खाना पकाते वक्त अपने बच्चे को पास बैठा लें और उसे बताते जाएं कि आप क्या बना रहे हैं। खाना पकाने में आप उनसे हल्की-फुल्की मदद भी ले सकते हैं। विशेषज्ञ कहती हैं कि बच्चे से बातचीत के दौरान अपनी भाषा और शब्दों पर गौर करें। जैसे बच्चों के सामने डाइटिंग और ब्रांडेड फूड्स के बारे में बात करने से हमेशा बचना चाहिए।
लगातार एक ही चीज न कहें : बच्चों से लगातार एक ही चीज जैसे ‘तुम तो कुछ नहीं खाते’ ना कहें। इससे वह आपकी बात सुनना बंद कर देंगे। बेहतर है कि उनके सामने नए-नए तरह के भोजन सर्व करें और उन्हें चुनने दें कि उन्हें क्या खाना है और कितना खाना है। जो उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं है, उन चीजों के लिए जोर जबरदस्ती न करें। उन्हें सब्जी और कुछ हेल्दी चीजें खिलाने के लिए हर दिन नई मील ट्राई करते रहें।

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