नया पाकिस्तान बनाने का वादा करके सत्ता में आए इमरान खान ने अब एक नया नारा दिया है, ‘मेरा पाकिस्तान, मेरा घर।’ इमरान का यह घर अब सियासी तूफान में घिरने जा रहा है। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सेना की मदद से सत्ता में आए इमरान खान और आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद में तल्खी बढ़ गई है। वहीं विपक्ष ने जनरल बाजवा को अपने पाले में कर लिया है। यही नहीं खुद इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ में भी नेता इमरान खान से खुश नहीं हैं। दावा किया जा रहा है कि मार्च तक इमरान सरकार पर संकट के बादल आ सकते हैं।
गत बुधवार को ही पाकिस्तान के नैशनल असेंबली के स्पीकर को संसद का सत्र स्थगित करना पड़ा। इसकी वजह यह रही कि इमरान खान दो विधेयकों को पारित करने के लिए जरूरी संख्या बल ही नहीं जुटा सके थे। इससे इमरान खान काफी नाराज हुए हैं। एक तरफ इमरान खान के सहयोगी उनका साथ नहीं दे रहे हैं, वहीं देश में इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि पाकिस्तानी सेना भी उनसे किनारा कर रही है।
पीडीएम ने 23 मार्च को पाकिस्तान दिवस पर प्रदर्शन का किया ऐलान : पाकिस्तान में आ रहे इस बदलाव को देखते हुए विपक्षी दलों ने जनरल बाजवा और सेना की तारीफ तेज कर दी है। इमरान खान के खिलाफ बनाई गई पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने खैबर पख्तूनख्वा में हुए स्थानीय चुनाव में इमरान खान की पार्टी को उनके गढ़ में करारी शिकस्त दी है। पीडीएम के नेता इसके लिए सेना को धन्यवाद दे रहे हैं। पीडीएम ने 23 मार्च को पाकिस्तान दिवस पर इमरान खान सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।
पाकिस्तान पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि देश में हालात तेजी से बदल रहे हैं। इस बात के पुख्ता संकेत हैं कि सेना ने इमरान खान को पूरा समर्थन देना बंद करने का फैसला किया है। पाकिस्तानी अखबार फ्राइडे टाइम्स के संपादक नजम सेठी ने विभिन्न सूत्रों के हवाले से लिखा है, ‘सेना पूर्व पीएम नवाज शरीफ और उनके भाई शाहबाज शरीफ के साथ बातचीत कर रही है और इसके सकारात्मक परिणाम निकले हैं। एक-दो दिक्कते हैं, उसे दूर होते ही दोनों संयुक्त रूप से इमरान सरकार को हटाने के लिए कार्रवाई करेंगे और एक संक्रमणकालीन सरकार के नेतृत्व में आम चुनाव होंगे।’
इमरान को भारत में ‘कठपुतली’ नेता कहा जाता है: नवाज : गुरुवार को लंदन में रह रहे नवाज शरीफ ने संकेत दिया कि वह बहुत जल्द ही देश वापस लौट रहे हैं। नवाज शरीफ ने इमरान खान पर एक बार फिर तंज कसते हुए कहा है कि क्रिकेटर से राजनीति में आए इमरान को भारत में ‘कठपुतली’ नेता कहा जाता है, क्योंकि उन्हें 2018 में शक्तिशाली सेना द्वारा सत्ता में लाया गया था। शरीफ ने कहा, ‘भारत में प्रधानमंत्री इमरान खान को कठपुतली कहा जाता है और अमेरिका में यह कहा जाता है कि उनके (इमरान) पास मेयर से भी कम अधिकार हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि दुनिया जानती है कि उन्हें कैसे सत्ता में लाया गया है। इमरान आम लोगों के वोटों से नहीं बल्कि सैन्य प्रतिष्ठान की मदद से सत्ता में आए हैं।’
पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के दो मामलों में दोषी ठहराए गए 71 वर्षीय शरीफ नवंबर 2019 से लंदन में रह रहे हैं। उस समय लाहौर उच्च न्यायालय ने उन्हें इलाज के लिए चार सप्ताह की खातिर विदेश जाने की अनुमति दी थी। शरीफ ने कहा,’यह व्यक्ति (इमरान खान) कहा करता था कि वह आईएमएफ (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) में जाने के बदले आत्महत्या कर लेगा। अब हम इंतजार कर रहे हैं कि वह कब आत्महत्या करेंगे।’ रोचक बात यह है कि अभी कुछ दिन पहले ही पूर्व राष्ट्रपति और पीपीपी नेता आसिफ अली जरदारी ने भी दावा किया था कि उन्हें सेना से संकेत मिला है कि पाकिस्तान के भविष्य को लेकर एक रणनीति पर काम करें जिसमें इमरान खान नहीं होंगे। हालांकि जरदारी ने यह भी कहा कि जब तक इमरान खान सत्ता में हैं, कोई बातचीत नहीं हो सकती है।