रूस और यूक्रेन की सेना के बीच पिछले 39 दिनों से चल रही जंग की सबसे वीभत्स तस्वीर राजधानी कीव के बूचा इलाके से सामने आई है। इस शहर पर अब यूक्रेन की सेना ने फिर से कब्जा कर लिया है। यूक्रेन की सेना जब बूचा शहर में घुसी तो हर तरफ उसे बस लाशें ही लाशें बिखरी हुई दिखाईं दीं। बूचा की सड़कें कब्रिस्तान में बदल चुकी हैं। रूसी सेना ने बूचा में बर्बरता की सारी हदें पार कर दी हैं। शहर में महिलाओं के कई ऐसे शव मिले हैं जिन पर कपड़े नहीं हैं। माना जा रहा है कि रूसी सैनिकों ने हाथ बांधकर उन्हें गोली मार दिया है।
ये सभी लोग निर्दोष आम नागरिक थे और उनके शव सड़कों पर सड़ रहे थे। उनके पास से कोई हथियार भी नहीं मिला है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सड़कों पर 4 से 5 महिलाओं के शव मिले हैं। इन महिलाओं के शरीर पर कपड़े नहीं थे। रूसी सेना ने इन महिलाओं के शव को सड़क के किनारे जलाने की कोशिश की थी। बूचा के मेयर ने बताया कि शहर में कम से कम 300 लोगों को सामूहिक कब्र में दफनाया गया है। इस संख्या से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने बड़े पैमाने पर बूचा में लोग मारे गए हैं। बूचा से आ रही तस्वीरें इतनी भयावह हैं कि उसे दिखाया नहीं जा सकता है।
सड़कों पर हर तरफ बस लाशें ही लाशें दिखाई पड़ रही : मेयर अनातोली फेडोरुक ने कहा कि पूरा बूचा शहर तबाह हो चुका है और सड़कों पर हर तरफ बस लाशें ही लाशें दिखाई पड़ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘इन सभी लोगों को पीछे से गोली मारी गई है।’ उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों में पुरुष और महिलाएं हैं। एक तो 14 साल के बच्चे का भी शव मिला है। बूचा के मेयर ने अलजजीरा से बातचीत में पुष्टि की कि कम से कम 22 शव बूचा की सड़कों से अब तक हटाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि रूसी सेना ने बूचा में नरसंहार को अंजाम दिया है।
बूचा वह इलाका है जहां पर यूक्रेन की सेना और रूसी सेना के बीच भीषण जंग हुई थी। इसके बाद इस इलाके पर करीब 1 महीने तक रूसी सेना का नियंत्रण था। फिलहाल अब रूसी सेना ने बूचा पर कब्जा कर लिया है। मेयर ने कहा कि ये मारे गए लोग यूक्रेन के नियंत्रण वाले इलाके में बचकर भागने की कोशिश कर रहे थे और उन्हें गोली मार दिया गया। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अन्य शहरों में भी आम नागरिकों की हत्या की गई है।