अमेरिका ने काबुल हवाई अड्डे पर तैनात अपने सैनिकों की वापसी प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने शनिवार को कहा कि वॉशिंगटन ने अपने सहयोगी देशों से बात करने के बाद यह कदम उठाया है। पिछले दो हफ्तों से अमेरिका ने अफगानिस्तान से लगभग 1 लाख लोगों को बाहर निकाला है। इसी के साथ पिछले 20 साल से अफगानिस्तान में जारी अमेरिका की जंग भी अब समाप्ति की ओर बढ़ गई है। इस बीच तालिबान ने एयरपोर्ट के पूरे इलाके को सील कर दिया है।
एयरपोर्ट के आसपास लोगों की संख्या घटी : गुरुवार को आईएसआईएस के आत्मघाती हमले में अमेरिका के 13 सैनिक मारे गए थे। जिसके बाद शनिवार तड़के अमेरिका ने बदले की कार्रवाई करते हुए नांगरहार प्रांत में आईएसआईएस के दो टॉप कमांडरों को मार गिराया। अमेरिकी अधिकारियों ने काबुल में और भी आतंकी हमलों की चेतावनी दी है। इसके बावजूद तालिबान के चंगुल से निकलने के लिए एयरपोर्ट के आसपास हजारों लोगों की भीड़ मौजूद जुटी, लेकिन अब इनपर काबू पा लिया गया है।
काबुल में अब 4000 से कम अमेरिकी सैनिक : रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को काबुल हवाई अड्डे पर 4000 से भी कम अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं। काबुल से लोगों को निकालने के बीच के समय में 5800 तक अमेरिकी सैनिक तैनात थे। वाइट हाउस ने कहा कि अगले कुछ दिन निकासी अभियान के सबसे खतरनाक होने की संभावना है। पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका और सहयोगियों ने पिछले दो हफ्तों में लगभग 111,900 लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला है।
तालिबान ने एयरपोर्ट के अंदर संभाली बागडोर : प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान बलों ने हवाई अड्डे के भीतर कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया है और वह शांतिपूर्वक नियंत्रण करने के लिए तैयार हैं क्योंकि अमेरिकी सेना बाहर निकल रही है। तालिबान ने दो दिन पहले हुए आत्मघाती हमले के बाद बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए शनिवार को काबुल हवाई अड्डे के आसपास अतिरिक्त बलों को तैनात किया।
काबुल एयरपोर्ट जाने वाले रास्ते सील : तालिबान ने हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़कों पर अतिरिक्त जांच चौकियां बनाई है जिनमें तालिबान के वर्दीधारी लड़ाके तैनात हैं। तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमाने के बाद देश से भागने की उम्मीद में पिछले दो हफ्तों में जिन इलाकों में लोगों की बड़ी भीड़ एकत्र हुई थी, वे अब काफी हद तक खाली थे। कई पश्चिमी देशों ने सभी अमेरिकी बलों की वापसी के लिए मंगलवार की समय सीमा से पहले लोगों को अफगानिस्तान से निकालने के अपने अभियान को पूरा कर लिया है।
अफगान नागरिकों के एयरपोर्ट जाने पर पूर्ण पाबंदी : अमेरिकी सेना के लिए अनुवादक के रूप में काम करने वाले एक अफगान ने कहा कि वह उन लोगों के समूह के साथ था, जिन्हें जाने की अनुमति थी और जिन्होंने शुक्रवार देर रात हवाई अड्डे पर पहुंचने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि तीन चौकियों से गुजरने के बाद उन्हें चौथी पर रोका गया था। उन्होंने कहा कि तालिबान ने उन लोगों से कहा कि उन्हें अमेरिकियों ने कहा था कि वे केवल अमेरिकी पासपोर्ट धारकों को ही जाने दें।
ब्रिटेन ने भी खत्म किया निकासी अभियान : ब्रिटेन भी शनिवार को लोगों को निकालने के लिए अपनी अंतिम उड़ानों का संचालन कर रहा है। अफगानिस्तान में ब्रिटेन के राजदूत लॉरी ब्रिस्टो ने काबुल हवाई अड्डे से एक वीडियो में कहा कि अब अभियान के इस चरण को बंद करने का समय आ गया है। लेकिन हम उन लोगों को नहीं भूले हैं जो अभी भी देश छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहाकि हम उनकी मदद करने के लिए हर संभव कोशिश करना जारी रखेंगे।