भारत ने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता हासिल की थी। इसके बाद अलग-अलग रियासतों का भारत में विलय हो गया। 26 अक्टूबर 1947 को जम्मू-कश्मीर रियासत के राजा हरि सिंह ने विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए और 27 अक्टूबर 1947 को यह राज्य भारत का अटूट अंग बन गया। पाकिस्तान समय-समय पर कश्मीर राग अलापता रहता है। इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर 27 अक्टूबर को ‘काला दिवस’ बताया है। बुधवार को किए सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर भी हमला बोला।
इमरान खान ने ट्वीट में लिखा, ‘आज दुनियाभर में पाकिस्तानी और कश्मीरी ‘कश्मीर काला’ दिवस मना रहे हैं। जब भारतीय सैनिक कश्मीरी लोगों को अपने कब्जे में लेने के लिए श्रीनगर में उतरे थे। 1947 में उस काले दिन के बाद से, भारत का अवैध कब्जा कश्मीरियों के स्वतंत्रता संग्राम को कमजोर करने में विफल रहा है।’ पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में जनता पाकिस्तान सरकार से अंसतुष्ट है। बीते दिनों पीओके में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च का आयोजन किया गया था।
बीजेपी को बताया ‘फासीवादी’ : लोगों ने 22 अक्टूबर 1947 को इस क्षेत्र में हुए पाकिस्तानी आक्रमण का विरोध करते हुए रोष व्यक्त किया और ‘आजादी’ के नारे लगाए। बीजेपी पर हमला बोलते हुए इमरान खान ने लिखा, ‘फासीवादी बीजेपी शासन ने IIOJK में क्रूरता की सभी हदें पार कर दी हैं, नियमित रूप से मानवता के खिलाफ अपराध, युद्ध अपराध और बहादुर और दृढ़ कश्मीरियाों के खिलाफ नरसंहार हो रहा है। क्रूर दमन के बावजूद कश्मीर का स्वतंत्रता आंदोलन लगातार बढ़ रहा है।’
इमरान बोले- समर्थन में खड़ा है पाकिस्तान : इमरान खान ने कहा, ‘जब तक IIOJK के लोगों के साथ किया गया घोर अन्याय समाप्त नहीं हो जाता और कश्मीरी UNSC के प्रस्तावों की ओर से गारंटीकृत अपने ‘आत्मनिर्णय के अधिकार’ का प्रयोग करने में सक्षम नहीं हो जाते, तब तक पाकिस्तान कश्मीरियों के समर्थन में हमेशा खड़ा रहेगा।’ इससे पहले इमरान खान ने भारत-पाकिस्तान मैच पर ओछी टिप्पणी करते हुए कहा था कि भारत अभी-अभी हारा है। संबंध सुधारने की वार्ता के लिए यह सही समय नहीं है। लेकिन अगर किसी मुद्दे को हल करने पर बातचीत होती तो वह कश्मीर होता।