रूस पर अब इंटरनेशनल दबाव बनना शुरू हो गया है। फीफा ने वर्ल्ड कप से इस देश की फुटबॉल टीम को बाहर का रास्ता दिखा दिया जबकि यूएफा चैंपियंस लीग ने भी रूसी क्लब स्पोर्ट्स मॉस्को को हटा दिया है।
फीफा वर्ल्ड कप रूस : नई दिल्ली: यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस को (Russia vs Ukraine) दुनिया से अलग-थलग करने की मुहिम चल पड़ी है। खेल जगत ने तो रूस के खिलाफ कठोर कदम उठाने शुरू भी कर दिए हैं। विश्व में फुटबॉल की सबसे बड़ी संस्था FIFA और यूरोपियन फुटबॉल संघ (UEFA) ने रूस को बैन कर दिया है।
फुटबॉल वर्ल्ड कप से बाहर : इस साल के अंत में कतर में होने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप से रूस को बाहर कर दिया गया है। इतना ही नहीं रूसी फुटबॉल क्लबों को दुनियाभर के हर टूर्नामेंट और चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से रोक लगा दिया गया है। यूएफा ने बयान जारी कर यह भी बताया कि रूसी क्लब स्पोर्ट्स मॉस्को को यूरोपियन लीग से भी बाहर कर दिया गया है। इसका मतलब आरबी लीपजिंग सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुकी है।
पुतिन से वापस लिया गया सम्मान : फीफा ने अपने एक बयान में कहा, ‘हम पूरी तरह साथ हैं और यूक्रेन में प्रभावित लोगों के साथ हमारी पूरी एकजुटता है।’ फीफा ने उम्मीद जताई कि यूक्रेन में जल्द हालात सुधरेंगे और फुटबॉल एक बार लोगों में एकजुटता और शांति का कारक बनेगा। आईओसी ने व्लादिमीर पुतिन को 2011 में दिए गए ‘ओलिंपिक ऑर्डर’ को भी वापस ले लिया है। उसके बाद अन्य रूसी अधिकारियों को दिया गया यह सम्मान भी वापस ले लिया गया है।
दूसरे देश खेलने से कर चुके मना : 24 मार्च को रूस की राजधानी मॉस्को में वर्ल्ड कप क्वालीफाईंग मैच का प्लेऑफ खेला जाना था। पोलैंड ने पहले ही इस पूर्व निर्धारित मैच में खेलने से इनकार कर दिया था। पोलैंड के अलावा स्वीडन और चेक गणराज्य ने भी कहा कि वह रूस के खिलाफ अपनी टीम नहीं उतारेंगे। जुलाई में महिला टीम का मैच होना था, जो इस साल इंग्लैंड में होने वाली यूरोपियन चैंपियनशिप में क्वालीफाई करने के लिए दम दिखाती।