नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है और इस प्रदर्शन के बीच हाल के समय में किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की ओर से ही कई ऐसे बयान सामने आ रहे हैं जिसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ ही दिन पहले लखीमपुर हिंसा मामले में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या को राकेश टिकैत ने क्रिया की प्रतिक्रिया बताया। वहीं आज राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ऐसे शब्दों का चयन किया जिसको कहीं से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
राकेश टिकैत ने आज कहा तीनों कृषि कानून किसानों के लिए काले हैं तो नरेंद्र मोदी पूरे देश के लिए काला है। राकेश टिकैत के पिछले कुछ समय के बयानों को देखा जाए तो मन में यह सवाल जरूर पैदा होगा कि आखिर किसानों की बात के बीच यह क्या। यूपी में कुछ ही महीने बाद चुनाव है और यूपी में ही राकेश टिकैत ने कुछ ऐसे बयान दिए जिसका नाता किसानों से नहीं है।
नरेंद्र मोदी देश के लिए काला : यूपी के बाराबंकी पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के लिए काला करार दे दिया। बुधवार मीडिया से बातचीत में टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के लिए काले हैं तो नरेंद्र मोदी पूरे देश के लिए काला है। कृषि कानून आज नहीं तो एक साल बाद हटेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि ये लोग बिजली का निजीकरण करने में जुटे हैं। लोगों को 15 रुपये प्रति यूनिट बिजली दिए जाने की तैयारी है। किसान बिल आज नहीं तो साल भर बाद हटेगा। 26 अक्टूबर को लखनऊ की मीटिंग में हम आगे की रणनीति तय करेंगे।
राकेश टिकैत ने लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा की गिरफ्तारी तक आंदोलन चलाने की बात कही। टिकैत ने कहा कि अजय मिश्रा के नाम के आगे मिश्रा मत लगाओ, वह टेनी है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या क्रिया की प्रतिक्रिया : आज के बयान से पहले पिछले हफ्ते पहले राकेश टिकैत ने लखीमपुर खीरी की घटना पर कहा कि वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने वालों को अपराधी नहीं मानते। राकेश टिकैत ने इस बयान पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि आखिर ऐसा कोई कैसे कह सकता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा लखीमपुर खीरी में चार किसानों पर कार चढ़ाए जाने के बाद तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या क्रिया की प्रतिक्रिया है। मैं इन हत्याओं में शामिल लोगों को अपराधी नहीं मानता। वो हत्या में नहीं आता, वो तो रिऐक्शन है हम उन्हें दोषी नहीं मानते। किसानों के हक की बात करने और किसान आंदोलन के बीच इस प्रकार के बयान पर सवाल तो जरूर खड़े होंगे।
लाठी उठाने से पैसे मिलेंगे : यूपी में ही पिछले दिनों किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह सरकार बहुत बेशर्म है। राकेश टिकैत सीतापुर में किसान महापंचायत में शामिल होने जा रहे थे। सीतापुर किसान महापंचायत में शामिल होने जा रहे राकेश टिकैत जब बीच में ही मीडिया से मुखातिब हुए तो उन्होंने कहा कि लाठी उठाना पड़ेगा। टिकैत ने लाखीमपुर खीरी में भुगतान को लेकर धरने पर बैठे सिखों के बाल मुड़वाने के मामले पर बोलते हुए कहा कि आंदोलन करने और बाल मुड़वाने से सरकार पैसे नहीं देगी। लाठी उठाने से पैसे मिलेंगे यह सरकार बहुत बेशर्म है।
किसी बड़े हिंदू नेता की हत्या होगी : पिछले महीने हरियाणा के सिरसा में किसान सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे टिकैत ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी का चुनाव अगले साल होने जा रहा है। चुनाव से पहले किसी बड़े हिंदू नेता की हत्या होगी। सम्मेलन में उपस्थित किसानों से राकेश टिकैत ने कहा कि बीजेपी वालों से बचकर रहना। ये किसी बड़े हिंदू लीडर की हत्या करवाकर देश में हिंदू-मुसलमान करके यूपी चुनाव जीतना चाहते हैं। बीजेपी इस समय की सबसे खतरनाक पार्टी है।
हम खालिस्तानी हैं तो ये सरकारी तालिबान है : हरियाणा के करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज और SDM आयुष सिन्हा के ‘सिर फोड़ देना’ वाले वीडियो पर राकेश टिकैत ने कहा कि देश में अब सरकारी तालिबानों का कब्जा हो चुका है और ये अफसर उसका पहला कमांडर है। टिकैत ने कहा कि सरकार के लोग हमें खालिस्तानी कहते हैं। अगर हम खालिस्तानी हैं तो ये सरकारी तालिबान है।