भारत दिन की शुरुआत में दो विकेट पर 215 रन बनाकर अच्छी स्थिति में था, लेकिन फिर पूरी टीम 278 रन पर पवेलियन लौट गई। नतीजतन पारी और 76 रन से टीम इंडिया की हार और सीरीज में 1-1 की बराबरी। मैच में कुल सात विकेट चटकाने वाले रॉबिन्सन ने भारत की बैंड बजाई। रॉबिन्सन ने मैच के चौथे दिन नई गेंद से चार विकेट झटककर भारतीय टीम की दूसरी पारी में 26 ओवर में 65 रन खर्च कर पांच विकेट लिए।
‘वॉबल ग्रिप’ गेंदबाजी के समय सीम के ऊपर गेंदबाज की अंगुलियों के बीच सामान्य से अधिक फैलाव होता है। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन ने जीत के बाद कहा कि टीम के उनके अनुभवी साथी जेम्स एंडरसन ने उनकी ‘वॉबल ग्रिप बॉल’ तकनीक को बदलने में मदद की और इससे उन्हें भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट में शानदार परिणाम मिला।
मैन ऑफ द मैच रॉबिन्सन ने कहा, ‘मैंने देखा कि जिमी (एंडरसन) ने गेंदबाजी के लिए ‘वॉबल ग्रिप’ को थोड़े अलग तरीके से पकड़ रखा है। मैं इसे दूसरी तरफ से पकड़ रहा था, इसलिए मैंने उससे बात की और फिर नेट्स सत्र इसका अभ्यास करने की कोशिश की। यह काफी अच्छा रहा, इसलिए मैंने इसे मैच में आजमाया और इसका फायदा भी हुआ। यह कुछ ऐसा है जिस पर मुझे थोड़ा और अभ्यास करने की जरूरत है। मेरे करियर के इस पड़ाव पर सीखने का यह अवसर मेरे लिए और बेहतरीन है। सौभाग्य से यह आज पूरा हो गया।’’
इंग्लैंड ने दूसरी नयी गेंद के साथ दिन की शुरुआत और रॉबिन्सन ने चेतेश्वर पुजारा को कल के स्कोर में बिना कोई रन जोड़े 91 रन पर आउट कर दिया। खराब लय में चल रहे भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अर्धशतक पूरा किया, लेकिन वह दूसरी पारी में रॉबिन्सन का चौथा शिकार बने। उनके आउट होने के बाद टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह लड़खड़ा गई।
रॉबिन्सन ने कहा, ‘यह एक बहुत ही खास दिन की तरह लग रहा है, मुझे ऐसा नहीं लगता कि जीत का खुमार अभी कम हुआ है। मेरे लिए, यह मेरे क्रिकेट करियर के शानदार दिनों में से एक है, मेरी पहली टेस्ट जीत हासिल करना वाकई खास है।’ कोहली के विकेट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘यह एक अद्भुत अहसास है। यहां के दर्शक अविश्वसनीय थे। जब हमने कोहली को आउट किया तो उन्होंने जोर से शोर मचाकर जश्न मनाया। उस विकेट को हासिल करना बस एक अविश्वसनीय अनुभव जैसा था।