संयुक्त अरब अमीरात और इजरायल के बीच राजनयिक संबंध बहाली के बाद पहली बार अबूधाबी की यात्रा पर पहुंचे इजरायली राष्ट्रपति का ईरान समर्थक हूती विद्रोहियों ने मिसाइलों से स्वागत किया। यूएई के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार अल सुबह दागी गई इस मिसाइल को बीच रास्ते में ही मार गिराया गया। हाल के दिनों में हूती विद्रोहियों का यह तीसरा हमला है। इस ताजा हमले से एक बार फिर से इजरायल और ईरान के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका प्रबल हो गई है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर वियना में बातचीत चल रही है, वहीं हूतियों और यूएई की सेना के बीच जंग छिड़ी हुई है। इससे पूरे फारस की खाड़ी में तनाव है। इसी तनाव के यूएई की पहली आधिकारिक यात्रा पर रविवार को अबूधाबी पहुंचे इजरायल के राष्ट्रपति ने शक्तिशाली शहजादे के साथ भेंटवार्ता की। उनकी यह यात्रा पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के दौरान दोनों देशों की बीच प्रगाढ़ हो रहे संबंधों के बीच हो रही है।
इजरायल के राष्ट्रपति का जोरदार स्वागत : यूएई और इजरायल के बीच 2020 में अमेरिका की मध्यस्थता से हुए राजनयिक समझौते के बाद संबंध सामान्य हो गए थे। फलस्तीन के साथ दशकों पुराने संघर्ष के चलते इजरायल का अरब देशों के साथ औपचारिक संबंध नहीं था। इजरायल के राष्ट्रपति आइजक हरजोग ने अबूधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान के साथ भेंटवार्ता की। संयुक्त अरब अमीरात की डब्ल्यूएएम संवाद समिति ने बताया कि महल में इजरायली नेता के सम्मान में इजरायली राष्ट्रगान बजाया गया और 21 तोपों की सलामी दी गयी।
करीब दो घंटे की बातचीत के दौरान हरजोग ने इस क्षेत्र के और देशों से इजरायल को मान्यता देने की अपील की तथा अबू धाबी पर हाल के हवाई हमलों की निंदा की। हूती विद्रोहियों ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी। हरजोग ने कहा, ‘मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हम आपकी सुरक्षा जरूरतों का समर्थन करते हैं और आपकी संप्रभुता पर किसी भी हमले का सभी तरह से और भाषा में निंदा करते हैं।’ हरजोग की संयुक्त अरब अमीरात में छोटे एवं तेजी से उभरते यहूदी समुदाय से मिलने की संभावना है। वह सोमवार को एक्सपो 2020 में जा सकते हैं जहां इजरायल ने कई कार्यक्रम आयोजित किये हैं।
हूती विद्रोहियों ने अबूधाबी में हुए हवाई हमलों के जिम्मेदारी ली : राष्ट्रपति संयुक्त अरब अमीरात के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। हरजोग ने यूएई रवाना होने से कुछ देर पहले कहा था कि उनकी इस यात्रा का उद्देश्य पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति का संदेश देना है। पश्चिम एशिया के देश यमन में पिछले सात साल से जारी गृह युद्ध की आंच पिछले महीने पहली बार यूएई तक पहुंच गई थी, जब सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ लड़ रहे यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने अबूधाबी में हुए हवाई हमलों के जिम्मेदारी ली थी। इन हमलों में तीन लोगों की मौत हो गई थी। इजरायली राष्ट्रपति के आने पर फिर से हूतियों की ओर से मिसाइल हमला हुआ है।