ऐसा माना जाता है कि आर्कटिक नॉर्वे में एक टैंक से रिसाव होने के बाद 15 हजार लीटर क्लोरिन ‘फजर्ड’ में जाने से लगभग 96 हजार सैल्मन की मौत हो गई। सालमोनिडे परिवार में रे-फिनिश मछली की कई प्रजातियों के लिए सैल्मन सामान्य नाम है।
सैल्मन फार्मिंग कंपनी ग्रिग सीफूड के प्रवक्ता रोजर पेडरसन ने कहा कि रिसाव अल्टा शहर में उसके एक मछली बूचड़खाने में हुआ था। पेडरसन ने नॉर्वे के प्रसारक एनआरके को बताया, ‘‘हम इसे क्लोरीन रिसाव से जोड़ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कंपनी अब मरी हुई मछलियों को ‘‘जिम्मेदार तरीके से संभाल रही है और जांच कर रही है कि रिसाव कैसे हुआ।’’ पानी को कीटाणुरहित करने के लिए क्लोरीन का उपयोग किया जाता है।
उत्तरी नॉर्वे में पुलिस ने ट्विटर पर कहा, ‘‘महत्वपूर्ण मात्रा में सैल्मन मर चुकी हैं’’ और लीक हुआ तरल अटलांटिक महासागर में बह गया। पुलिस प्रवक्ता स्टीन ह्यूगो जोर्जेंसन ने ‘एनआरके’ को बताया कि जमीन पर किसी भी जहरीली क्लोरीन गैस का कोई खतरा नहीं है। रिसाव के कारणों की जांच की जा रही है।