रूस-यूक्रेन के बीच विवाद युद्ध की तरफ बढ़ता दिख रहा है। एक तरफ रूसी संसद के ऊपरी सदन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (russia vladimir putin) को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग की अनुमति दे दी है। दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (america president joe biden) ने देश को संबोधित करते हुए रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध (russia financial ban) लगा दिए हैं। इस कड़ी में अमेरिका ने अपने साथ जर्मनी को भी जोड़ लिया है। साथ ही रूस को भविष्य में इससे भी कड़े प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका, यूक्रेन की मदद के लिए हथियार की सप्लाई भी जारी रखेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस-यूक्रेन संकट पर अपने देश को संबोधित किया। बाइडन कहा कि वह मॉस्को द्वारा डोनेट्स्क और लुगांस्क पीपुल्स रिपब्लिक की मान्यता और डोनबास में शांति सेना की तैनाती के जवाब में रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं। इसके तहत बाइडन ने रूस के दो वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया। उन्होंने पहले चरण की कार्रवाई के तहत रसियन स्टेट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और मिलिट्री बैंक पर प्रतिबंध लगाया है। जो बाइडन ने अपने संबोधन में कहा कि रूस बुधवार से लागू होने वाले प्रतिबंधों के बाद पश्चिमी देशों के साथ व्यापार नहीं कर पाएगा।
नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन पर भी रोक लगेगी : बाइडन ने कहा कि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से बात कर नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन पर भी रोक लगा जाने की तैयारी है, जो कि रूस से जर्मन में तरलीकृत प्राकृतिक गैस लाएगी। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी दी कि अगर वह यूक्रेन पर हमला करते हैं तो अमेरिका रूस पर साल 2014 में लगाए गए प्रतिबंधों से भी सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने साफ किया कि अमेरिका, रूस के साथ युद्ध नहीं करना चाहता है। लेकिन यूक्रेन की सीमा पर सेना तैनात कर रूस ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। उसने यूक्रेन को चारों तरफ से घेर लिया है।
यूक्रेन को दिए जाएंगे हथियार : जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका लगातार रूस और यूक्रेन के हालात का आकलन कर रहा है। अमेरिका युद्ध को टालने का प्रयास भी कर रहा है। साथ ही रक्षात्मक कदम भी उठाए जा रहे हैं। लेकिन इस बीच अमेरिका यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले पर नाटो के साथ मिलकर काम करने का निर्णय किया गया है।
पुतिन पर बाइडन का सीधा हमला : जो बाइडन ने पूछा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने पड़ोसियों के क्षेत्र पर नए देश घोषित करने का अधिकार किसने दिया है। उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन कहा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया देने की अपील भी की।
यूक्रेन पर हमला करने का रास्ता साफ, मिली अनुमति : रूसी संसद के ऊपरी सदन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग की अनुमति दे दी है। संसद की मंजूरी के बाद रूस के लिए यूक्रेन पर हमला करने का रास्ता साफ हो गया है। पुतिन ने इस संबंध में संसद के ऊपरी सदन को एक पत्र लिखा था। पुतिन ने एक दिन पहले यूक्रेन के विद्रोहियों वाले इलाकों की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी। इससे पहले पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा था कि रूस के सैनिक यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में पहुंच गए हैं।
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