उत्तर प्रदेश में साल 2022 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव को टारगेट करते हुए 22 किस्म के प्राकृतिक सुगंधों को मिलाकर समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक ‘समाजवादी इत्र’ लॉन्च किया है। अखिलेश यादव ने दावा किया है कि इसकी खुशबू से नफरत की राजनीति समाप्त होगी। सपा की इस पहल पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा मुखिया द्वारा लॉन्च किये गये इत्र से समाजवादी पार्टी के पापों की दुर्गंध नहीं जाने वाली है।
स्वतंत्र देव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि उनकी सकरकर में भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, गुंडाराज अपराधी व अपराध तथा सरकारी धन की खुली लूट के संरक्षण से उत्पन्न हुई विषैली गंध मिट नहीं सकती है। इससे त्रस्त होकर ही जनता ने समाजवादी पार्टी को सत्ता से बेदखल किया था। प्रदेश की जनता अब दोबारा सपा के गुंडाराज व भ्रष्टाचार के जहरीले कॉकटेल को मौका नहीं देने वाली। इस इत्र से इनके पापों की दुगंर्ध आती है।
सपा मुखिया चाहे जितना भी इत्र लगा लें-स्वतंत्र देव : स्वतंत्र देव ने कहा कि सपा मुखिया चाहे जितना भी इत्र लगा लें अब उनकी तरफ आकर्षित होने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी अभी तक भूले नहीं हैं कि सपा कार्यकाल में किस प्रकार गुंडे, माफियाओं का महिमामंडन होता था। मंत्रियों की गाड़ियों में माफिया घूमते थे, सरकार आतंकवादियों के मुकदमें वापस ले रही थी। अब जब माफिया और गुंडों पर योगी सरकार कार्रवाई कर रही है, आज अपराधी खुद थानों में सरेंडर कर रहे हैं तो सपा मुखिया को दर्द हो रहा है।
‘बुलडोजर चल रहा है तो अखिलेश यादव को दर्द हो रहा’ : सपा राज में सरकारी संरक्षण में हुए अवैध कब्जों पर सरकार का बुलडोजर चल रहा है तो अखिलेश यादव को दर्द हो रहा है। उन्होंने कहा कि असलियत यह है कि जो 24 घंटे मोहम्मद अली जिन्ना के नाम की माला जपता हो उसे प्रदेश का विकास कभी नहीं दिख सकता। उसे तो सिर्फ विभाजन के ही स्वप्न दिखाई देते हैं।
कैराना में सपा सरकार ने गुंडों को दिया सर्मथन-सिंह : सिंह ने कहा कि मुजफ्फरनगर के दंगे और कैराना से पलायन सपा सरकार की विभाजनकारी नीतियों का ही परिणाम था। उन्होंने कहा कि शास्त्रीय संगीत और व्यवसाय के क्षेत्र में पहचान रखने वाले कैराना में सपा सरकार ने अराजक तत्वों और गुंडों को परम समर्थन देकर उसकी पहचान छीनने की कोशिश की गई।