मैदान वही, विरोधी वही, हालात वही पर मैच का मिजाज बदला बदला सा है. न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका (New Zealand vs South Africa) के बीच क्राइस्टचर्च (Christchurch) में दूसरा टेस्ट वैसा नहीं चल रहा है, जैसा पहले टेस्ट का हाल था. यहां साउथ अफ्रीका का सरेंडर नहीं बल्कि एक तरह से पलटवार देखने को मिल रहा है. और इन सबके पीछे की वजह हैं 32 साल के साउथ अफ्रीकी ओपनर सैरेल इरवी (Sarel Erwee). उम्र 30 के पार है पर इंटरनेशनल अनुभव ना के बराबर है. ये इस प्रोटियाज ओपनर की डेब्यू टेस्ट सीरीज है. और वो अपने करियर की तीसरी इनिंग खेल रहे हैं. लेकिन, तीसरी इनिंग में ही उन्होंने शतक जड़ दिया है.
2 टेस्ट मैचों की सीरीज में मेजबान न्यूजीलैंड 1-0 से आगे है. उन्होंने क्राइस्टचर्च में खेला टेस्ट पारी और 276 रन के बड़े अंतर से जीता था. अब दूसरा टेस्ट भी क्राइस्टचर्च में ही है. लेकिन, साउथ अफ्रीका ने पहले बैटिंग करते हुए सॉलिड शुरुआत की है.
32 साल के ओपनर का पहला टेस्ट शतक : न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में साउथ अफ्रीका की ओपनिंग जोड़ी डीन एल्गर और सैरेल इरवी के बीच 111 रन की साझेदारी हुई. इसके बाद इरवी के बल्ले से निकले पहले टेस्ट शतक ने साउथ अफ्रीका के लिए मैच बनाने का काम किया. इरवी ने 188 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया, जिसमें 13 चौके शामिल रहे.
पहले टेस्ट की दो पारियों में बनाए थे सिर्फ 10 रन : 32 साल के अफ्रीकी ओपनर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में ही खेली पहले टेस्ट की दो पारियों में सिर्फ 10 रन बनाए थे. ये 10 रन उसने सिर्फ पहली इनिंग में जड़े थे. जबकि दूसरी पारी में उनका खाता नहीं खुला था. लेकिन, अपनी तीसरी टेस्ट इनिंग यानी दूसरे टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने उन्हीं कीवी गेंदबाजों के खिलाफ शतक जड़कर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है. और साथ ही कप्तान और मैनेजमेंट के जताए भरोसे पर भी खरे उतरे हैं.
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