स्पोर्ट्स एज भोपाल | 44वें चेस ओलिंपियाड की टॉर्च रिले मंगलवार को ग्वालियर पहुँची। केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एल.एन.आई.पी.ई. में मशाल की अगवानी की। केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शतरंज खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 19 जून को टॉर्च रिले की शुरुआत की थी। मध्यप्रदेश के लिए यह खुशी और गौरव की बात है कि चेस ओलिंपियाड टॉर्च उज्जैन, इंदौर, भोपाल, साँची के प्रमुख स्थलों का भ्रमण कर ग्वालियर पहुँची है। केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि खेल सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं होते, ये हमें शारीरिक, बौद्धिक व्यायाम के साथ अनुशासन का संस्कार भी सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि इस बात की प्रसन्नता है कि भारत को पहली बार चेस ओलिंपियाड की मेजबानी करने का मौका मिल रहा है।
ओलिंपियाड में लगभग 187 देश के दो हजार से अधिक खिलाड़ी अपने खेल हुनर का प्रदर्शन करेंगे। चेस एसोसिएशन एडहॉक कमेटी के अध्यक्ष श्री गुरमीत सिंह ने कहा है कि चेस ओलिंपियाड टॉर्च रिले का उद्देश्य शतरंज को बढ़ावा देना है। टॉर्च रैली भारत के लिए एक उपहार है। इससे पहले चेस ओलिंपियाड में ऐसी रैली कभी नहीं निकली।
भविष्य में होने वाले ओलिंपियाड में यह रैली भारत से ही निकलेगी। केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने ग्वालियर के 16 वर्षीय ख्यात चेस खिलाड़ी श्री ओजस्व सिंह को चेस ओलिंपियाड टॉर्च सौंपी। श्री ओजस्व, एल.एन.आई.पी.ई. से मशाल लेकर ग्वालियर फोर्ट एवं प्रमुख स्थलों का भ्रमण करेंगे। उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के महाबलिपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त तक शतरंज ओलिंपियाड होने जा रहा है। इस दौरान भारत समेत अनेक देशों के खिलाड़ियों के शतरंज खेल का हुनर देखने को मिलेगा।