साधु-संतों के एक संगठन ने बुधवार को आरोप लगाया कि फिल्म निर्माता प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम-3 सनातन धर्म के विरूद्ध है और इसके माध्यम से संत समाज को बदनाम किया जा रहा है।
उन्होंने इस तरह की वेब सीरीज एवं फिल्मों पर तुरंत उचित कार्रवाई कर इनकी शूटिंग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और भविष्य में सनातन धर्म विरोधी किसी भी फिल्म या वेब सीरीज का निर्माण ना किया जाए।
मालूम हो कि 24 अक्टूबर को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भोपाल में वेब-सीरीज आश्रम-3 के सेट में पथराव व तोड़फोड़ करने के साथ इसके निर्माता एवं निर्देशक प्रकाश झा पर हिंदुओं को गलत तरीके से चित्रित करने का आरोप लगाते हुए स्याही फेंकी थी। इस संबंध में पुलिस ने देर रात ही हंगामा करने के लिए मामला दर्ज कर बजरंग दल के चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
साधु-संतों के संगठन ने यह भी मांग की है कि जो प्रकरण बजरंग दल के इन कार्यकर्ताओं पर यहां लगाया गया है, उसे तुरंत वापस लिया जाये।
साधु-संतों के संगठन ‘आर्यवृत्त षट्दर्शन साधु मंडल एवं आचार्य परिषद’ ने इस संबंध में यहां बुधवार को एक बैठक की और बाद में विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी है।
संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि विगत पांच दशकों से बॉलीवुड हमारी धार्मिक भावनाओं, भारतीय परंपरा एवं हमारी संस्कृति पर कुठाराघात करने की दृष्टि से फिल्मों में गलत तरीके से साधु-संतों पर आघात कर रहा है। इसका प्रमाण वेब सीरीज जैसे आश्रम-1, आश्रम-2 है। इसमें साधु-संतों को और आश्रमों का जो स्वरूप दिखाया गया है, वो बिलकुल निंदनीय है और हिन्दू धर्म को बदनाम करने का वैश्विक षड़यंत्र है।