रूस और यूक्रेन में जारी तनाव (Russia Ukraine Conflict) में एक नया मोड़ आ गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदयमयर जेलेंस्की अमेरिका पर बरस पड़े हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका अनावश्यक रूप से रूस के हमले की योजना का डर दिखाकर यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है। इस बीच रूसी विदेश मंत्री ने भी कहा कि मास्को युद्ध शुरू नहीं करेगा, लेकिन अमेरिका और नाटो को चेतावनी दी कि वह पश्चिमी देशों को उसके सुरक्षा हितों को रौंदने नहीं देगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को कहा कि सैटलाइट तस्वीरें सैन्य तैनाती का पता लगाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं और हालात अभी खराब नहीं हुए हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा, ‘हम हमारी स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए अमेरिका की ओर से दी गई सहायता के लिए शुक्रगुजार हैं। लेकिन मैं यूक्रेन का राष्ट्रपति हूं। मैं यहां हूं और मैं ज्यादा जानकारी रखता हूं। मुझे किसी अन्य राष्ट्रपति की तुलना में ज्यादा जानकारी है।’ यूक्रेन के राष्ट्रपति का इशारा अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर था।
यूक्रेन ने अमेरिकी अधिकारियों के जाने का किया विरोध : रूस ने यूक्रेन की सीमा पर 1 लाख सैनिकों, टैंक, मिसाइलों और अन्य भारी हथियारों को तैनात किया है लेकिन उसने इस आशंका का खंडन किया है कि रूस यूक्रेन पर कब्जा करने जा रहा है। माना जा रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति की चेतावनी के बाद भी यूक्रेन के राष्ट्रपति और अन्य अधिकारी वहां के शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था को युद्ध के डर से बचाए रखना चाहते हैं। गुरुवार को बाइडन और जेलेंस्की के बीच हुई बातचीत में भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने फरवरी में रूस के हमले की आशंका जताई थी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्रीमिया की ओर इशारा करते हुए कहा कि रूस ने पिछले 8 साल से उसकी जमीन पर कब्जा कर रखा है और मैं यह नहीं कह रहा हूं कि तनाव नहीं बढ़ सकता है। यूक्रेन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के संकेत उस समय भी मिले जब यूक्रेन के अधिकारियों ने देश में मौजूद अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को परिवार सहित वापस लौट जाने की सलाह का विरोध किया।
रूस युद्ध शुरू नहीं करेगा: सर्गेई लावरोव : यूक्रेन पर आक्रमण की आशंका के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि मास्को युद्ध शुरू नहीं करेगा, लेकिन चेतावनी दी कि वह पश्चिमी देशों को उसके सुरक्षा हितों को रौंदने नहीं देगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक दिन पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति को आगाह किया था कि इस बात की ‘स्पष्ट आशंका’ है कि रूस फरवरी में उनके देश (यूक्रेन) के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है। विदेश मंत्री लावरोव ने रूसी रेडियो स्टेशन के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘जब तक यह रूसी संघ पर निर्भर है, तब तक युद्ध नहीं होगा, हम युद्ध नहीं चाहते हैं। लेकिन हम अपने हितों को बेरहमी से रौंदने और उनकी उपेक्षा नहीं होने देंगे।’
रूस ने लगातार इस बात से इनकार किया है कि वह यूक्रेन पर हमले की योजना बना रहा है, लेकिन अमेरिका और उसके नाटो सहयोगियों का मानना है कि रूस युद्ध की ओर बढ़ रहा है तथा इसके लिए तैयारी कर रहा है। रूस की मुख्य मांगों में नाटो में यूक्रेन को शामिल नहीं करना और क्षेत्र से ऐसे हथियारों को हटाना शामिल है, जिससे रूस को खतरा हो सकता है। अमेरिका और नाटो रूस की मुख्य मांगों पर किसी भी तरह की रियायत को दृढ़ता से खारिज कर चुके हैं। हालांकि तनाव घटाने के लिए अमेरिका ने उन मुद्दों को रेखांकित किया है जिन पर वार्ता की जा सकती है। अब, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इन प्रस्तावों पर फैसला करेंगे और इससे यह तय होगा कि यूक्रेन पर हमला होगा या नहीं।