न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ साउथ अफ्रीका South Africa की पहली पारी 95 रन पर ढेर हो गई. ये कीवी टीम के खिलाफ साउथ अफ्रीका का सबसे छोटा टेस्ट स्कोर है. क्राइस्टचर्च (Christchurch) में खेले जा रहे पहले टेस्ट के पहले ही दिन साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह बिखर गए. किसी भी बल्लेबाज ने विकेट पर टिकने की दिलेरी नहीं दिखाई. वो कीवी गेंदबाजों का सामना करने में नाकाम रहे. नतीजा पूरी टीम मिलकर भी 100 रन नहीं बना पाई. टेस्ट क्रिकेट में साउथ अफ्रीका की इतनी बुरी हालत 90 साल बाद हुई है. आखिरी बार साउथ अफ्रीका की इनिंग 100 रन के अंदर साल 1932 में सिमटी थी. तब उसने मेलबर्न में खेले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक पारी में सिर्फ 36 रन बनाए थे.
साउथ अफ्रीका के लिए सबसे बड़ी मुसीबत ट्रेंट बोल्ट की जगह टीम में शामिल हुए गेंदबाज मैट हेनरी बने, जिन्होंने 23 रन पर उसके 7 विकेट अकेले ही गिरा दिए. इनके अलावा जैमिसन, साउदी और नील वैगनर को 1-1 विकेट मिला.
7 बल्लेबाज रहे दहाई के आंकड़े से दूर : साउथ अफ्रीका की पहली पारी शुरू से ही बेपटरी दिखी. टीम का पहला विकेट सिर्फ 1 रन पर ही गिर गया था. 40 रन के अंदर टीम ने टॉप ऑर्डर के 4 बल्लेबाजों को खो दिया, जिसमें से 2 विकेट मैट हेनरी ने लिए. खराब बल्लेबाजी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 7 बल्लेबाजों के लिए दहाई के आंकड़े को छू पाना भी मुश्किल हो गया. इनमें से 2 बल्लेबाज तो खाता भी नहीं खोल सके.
साउथ अफ्रीका की ओर से बस उसके 4 बल्लेबाज ही डबल फीगर में पहुंच सके, जिनमें सैरेल इरवी, एडन मार्करम, जुबैर हमजा और विकेटकीपर बल्लेबाज काइल वेरिन शामिल रहे. जुबैर हमजा 25 रन बनाकर टीम के टॉप स्कोरर रहे.
मैट हेनरी ने किए साउथ अफ्रीका के 7 शिकार : साउथ अफ्रीका की इस दुर्दशा के जिम्मेदार तेज गेंदबाज मैट हेनरी रहे, जिन्होंने अपने होम ग्राउंड पर खुद के बेस्ट फर्स्ट क्लास बॉलिंग फीगर की स्क्रिप्ट लिखी. 23 रन पर 7 विकेट चटकाते हुए उन्होंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में 5 प्लस विकेट लेने का कमाल भी किया.