अफगानिस्तान को गेहूं पहुंचाने वाले भारत के प्रस्ताव पर पाकिस्तान ने फिर से चाल चली है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अपनी अच्छी तस्वीर पेश करने के लिए पाकिस्तान ने कहा है कि उसने भारत को अपने इंतजाम के बारे में बता दिया है। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने कहा कि उन्हें भारत के जवाब का इंतजार है। पहली खेप के अफगानिस्तान भेजने को लेकर भारत से प्रतिक्रिया का इंतजार है। उधर, भारत ने साफ किया है कि मदद में कोई शर्त छिपी नहीं होनी चाहिए।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद ने साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि भारत को मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर और अपवाद के तौर पर पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में गेहूं भेजने की अनुमति दी गई थी। उन्होंने कहा कि हमने भारत को पाकिस्तान द्वारा किये गये प्रबंध का जरूरी ब्योरा बता दिया है और लगभग तीन सप्ताह हो चुके हैं। हम पहली खेप भेजने की तारीख और अन्य संबंधित सूचना को लेकर भारत के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
पिछले साल अक्टूबर में भारत ने भेजा था प्रस्ताव : भारत ने पड़ोसी देश के रास्ते अफगानिस्तान को 50 हजार टन गेहूं और जीवन रक्षक दवाएं भेजने को लेकर गत वर्ष अक्टूबर में पाकिस्तान को प्रस्ताव भेजा था, जिसका जवाब 24 नवम्बर को भेजा चुका है। भारत ने पिछले माह कहा था कि वह पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान को गेहूं और दवाओं की खेप भेजने के लिए तौर-तरीकों को लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों के सम्पर्क में है।
भारत बोला- हम पाकिस्तान के संपर्क में : भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदन बागची ने नई दिल्ली में मीडिया ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि हम अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता के तौर पर 50 हजार टन गेहूं और अन्य मेडिकल सामग्रियां भेजने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों से सम्पर्क में हैं। यह बहुत ही जटिल अभियान है और मैं आप लोगों से भी धैर्य बनाये रखने का अनुरोध करुंगा।
इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय के प्रवक्ता अहमद ने कहा कि पाकिस्तान, भारत सहित अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ दोस्ताना संबंध चाहता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, पड़ोसी देश भारत से सार्थक, संरचनात्मक और परिणामोन्मुखी संवाद को लेकर प्रतिबद्ध हैं, लेकिन इसके लिए माकूल माहौल बनाने का सारा दारोमदार अब भारत पर है।
भारत को क्या ऑफर दे रहा पाकिस्तान : भारत ने कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी का रिश्ता चाहता है, जो आतंकवाद, दुश्मनी और हिंसा से मुक्त हो। भारत का कहना है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते। पहले पाकिस्तान अपने ट्रकों के जरिए गेहूंं को अफगानिस्तान तक भेजने का प्रस्ताव दे रहा था। भारत के विरोध के बाद पाकिस्तान ने अफगान ट्रकों से गेहूं भेजने का ऑफर दिया। लेकिन, भारत चाहता है कि उसके ट्रकों से गेहूं को अफगानिस्तान भेजा जाए।